
यूक्रेन और रूस के बीच जारी युद्ध को समाप्त करने और यूक्रेन की खनिज संपदा तक अमेरिकी पहुंच सुनिश्चित करने को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के बीच व्हाइट हाउस में एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। हालांकि, यह बैठक अपेक्षा के विपरीत तनावपूर्ण रही और दोनों नेताओं के बीच तीखी बहस हो गई।
बैठक की प्रमुख बातें
1. जेडी वेंस और जेलेंस्की के बीच बहस से हुई शुरुआत
बैठक की शुरुआत में अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने सुझाव दिया कि युद्ध को कूटनीति के जरिए खत्म किया जाना चाहिए। इस पर जेलेंस्की ने आपत्ति जताई और कहा,
“किस तरह की कूटनीति? 2014 में रूस ने यूक्रेन के बड़े हिस्से पर कब्जा कर लिया और लोगों को मार डाला। 2019 में युद्धविराम के लिए समझौता हुआ, लेकिन रूस ने इसे तोड़ दिया और हमारे लोगों की हत्या की।”
जेलेंस्की ने कहा कि केवल युद्धविराम से समाधान नहीं होगा, बल्कि सुरक्षा की गारंटी दी जानी चाहिए।
2. ट्रंप की कड़ी प्रतिक्रिया
जब बहस बढ़ी तो ट्रंप ने जेलेंस्की को फटकारते हुए कहा,
“आप अच्छी स्थिति में नहीं हैं, आपको रूस के साथ समझौता करना होगा।”
ट्रंप ने जोर देकर कहा कि जेलेंस्की को अमेरिका के प्रयासों के लिए आभारी होना चाहिए, न कि उन्हें आदेश देना चाहिए।
ट्रंप ने यह भी कहा,
“आप हमें डिक्टेट नहीं कर सकते। आज से आपके बुरे दिन शुरू हो गए हैं। आप तीसरे विश्व युद्ध का जुआ खेल रहे हैं।”
3. युद्धविराम पर असहमति
ट्रंप ने कहा,
“अगर युद्धविराम संभव है, तो इसे लागू किया जाना चाहिए।”
जेलेंस्की ने इसका विरोध करते हुए कहा,
“रूस ने पहले भी 25 बार समझौतों का उल्लंघन किया है।”
उन्होंने ट्रंप को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के खिलाफ नरम रुख अपनाने को लेकर सावधान किया और कहा कि पुतिन “एक हत्यारा हैं।”
4. अमेरिका की मदद और खनिज समझौते पर दबाव
ट्रंप ने जेलेंस्की से यह स्पष्ट किया कि अगर वे खनिज समझौते पर सहमत नहीं होते हैं, तो अमेरिका यूक्रेन की मदद पर पुनर्विचार करेगा।
ट्रंप ने कहा,
“यूक्रेन को अमेरिका की दी गई वित्तीय और सैन्य सहायता के बदले अमेरिकी कंपनियों को यूक्रेन की दुर्लभ खनिज संपदा तक पहुंच मिलनी चाहिए।”
5. बैठक का नाटकीय अंत
बहस बढ़ने के बाद जेलेंस्की समय से पहले ही बैठक छोड़कर चले गए। खनिज समझौते पर कोई निर्णय नहीं हो सका, जिससे अमेरिका-यूक्रेन संबंधों में तनाव आ गया। ट्रंप ने बाद में सोशल मीडिया पर जेलेंस्की की आलोचना करते हुए लिखा,
“वे तब वापस आ सकते हैं जब वास्तव में शांति के लिए तैयार होंगे।”
जेलेंस्की ने भी प्रतिक्रिया देते हुए कहा,
“यूक्रेन को न्यायसंगत और स्थायी शांति की जरूरत है।”