
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री Sunita Williams और उनके साथी Butch Willmore को पृथ्वी पर जल्द वापस लाने का निर्णय लिया है। यह फैसला स्पेसएक्स क्रू-10 मिशन की योजना में बदलाव के कारण लिया गया है। पहले यह वापसी मार्च 25 को होनी थी, लेकिन अब इसे जल्द करने की तैयारी है।
नासा ने बदला स्पेसएक्स क्रू-10 का कैप्सूल

नासा ने घोषणा की कि क्रू-10 मिशन के लिए पहले नियोजित कैप्सूल को बदलकर, एक पहले से इस्तेमाल किए गए स्पेसएक्स क्रू ड्रैगन कैप्सूल ‘एंड्यूरेंस’ को मिशन में शामिल किया गया है। इस बदलाव का उद्देश्य मिशन शेड्यूल को तेज करना और अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) के क्रू में बदलाव को सुनिश्चित करना है।
ISS पर 2024 से मौजूद हैं सनिता और बुच

सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर पिछले साल जून 2024 में बोइंग के स्टारलाइनर कैप्सूल के माध्यम से ISS पहुंचे थे। हालांकि, उड़ान के दौरान ही हीलियम लीकेज जैसी कई तकनीकी समस्याएं सामने आई थीं।
क्रू-10 मिशन का नया शेड्यूल
नासा ने अपने बयान में कहा कि क्रू-10 मिशन का नया लॉन्च 12 मार्च 2025 को किया जाएगा, हालांकि यह मिशन की तैयारी और फ्लाइट रेडीनेस प्रक्रिया पर निर्भर करेगा।
क्रू-10 में शामिल अंतरिक्ष यात्री:

- एन मैक्लेन (NASA कमांडर)
- निकोले आयर्स (NASA पायलट)
- तकुया ओनिशी (JAXA मिशन स्पेशलिस्ट)
- किरिल पेसकोव (रॉसकॉसमॉस मिशन स्पेशलिस्ट)
ट्रम्प की मांग और नासा की प्रतिक्रिया
दिलचस्प बात यह है कि यह फैसला ऐसे समय आया है जब पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने हाल ही में स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क से सनिता और बुच को जल्द से जल्द वापस लाने की मांग की थी। हालांकि, नासा ने यह स्पष्ट किया कि यह निर्णय पूरी तरह से तकनीकी कारणों और मिशन की आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर लिया गया है।
क्या होगा आगे?
क्रू-10 टीम के पहुंचने के बाद, ISS में मौजूद क्रू-9 टीम को पृथ्वी पर लौटने की मंजूरी दी जाएगी। इसमें सनिता विलियम्स, बुच विलमोर, निक हेग और अलेक्जेंडर गोर्बुनोव शामिल होंगे। उनकी वापसी का निर्णय मौसम की स्थितियों और सुरक्षा मानकों को ध्यान में रखते हुए लिया जाएगा।
नासा और स्पेसएक्स की यह साझेदारी एक बार फिर अंतरिक्ष मिशनों की लचीलापन और तेज निर्णय क्षमता को दर्शाती है। अब सभी की निगाहें क्रू-10 मिशन और सनिता विलियम्स की सुरक्षित वापसी पर टिकी हैं।