सलमान रुश्दी का हमलावर ‘हादी मतार’ दोषी करार, 30 साल जेल की सजा संभव

न्यूयॉर्क की एक अदालत ने उपन्यासकार सलमान रुश्दी पर साल 2022 में मंच पर चाकू से हमला करने के आरोप में हादी मतार नाम के शख्स को हत्या के प्रयास और हमले का दोषी करार दिया। मतार की सजा की तारीख 23 अप्रैल तय की गई है। माना जा रहा है कि उसे अब 30 साल से ज्यादा जेल हो सकती है।

कब और क्यों हुआ हमला

सलमान रुश्दी पर 12 अगस्त 2022 को न्यूयॉर्क में एक साहित्यिक कार्यक्रम के दौरान हमला हुआ था। न्यूयॉर्क के चौटाउक्वा संस्थान (Chautauqua Institution) में आयोजित एक साहित्यिक कार्यक्रम में रुश्दी एक व्याख्यान देने वाले थे। जैसे ही वे मंच पर पहुंचे, हादी मतार  नाम के एक युवक ने उन पर चाकू से हमला कर दिया। रुश्दी के गर्दन, चेहरा और पेट पर गंभीर चोटें आईं, जिससे उनकी एक आंख की रोशनी चली गई और एक हाथ आंशिक रूप से काम करना बंद कर दिया।

यह हमला उनके उपन्यास द सैटेनिक वर्सेज (1988) से जुड़े विवाद के कारण हुआ, जिसे कुछ मुस्लिम समुदायों ने ईशनिंदा मानकर उसकी कड़ी निंदा की थी। इस किताब की वजह से ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्लाह खुमैनी ने 1989 में रुश्दी के खिलाफ फ़तवा (मृत्युदंड का आदेश) जारी किया था, जिसमें दुनिया भर के मुस्लिमों से उनकी हत्या करने की अपील की गई थी। 1989 में जारी फ़तवे के बाद रुश्दी को कई वर्षों तक छिपकर रहना पड़ा। हालांकि, समय के साथ उनकी सुरक्षा में कुछ ढील दी गई, लेकिन इस्लामिक चरमपंथियों के एक वर्ग में उनके खिलाफ नाराजगी बनी रही।

चरमपंथी विचारधारा से प्रभावित था हादी मतार

हमलावर हादी मतार लेबनानी मूल का अमेरिकी नागरिक था और माना जाता है कि वह ईरान समर्थित चरमपंथी संगठनों के विचारों से प्रेरित था। जांच में सामने आया कि उसने सोशल मीडिया पर चरमपंथी विचारधारा से जुड़े कंटेंट देखे थे।

भारत में भी बैन है ‘द सैटेनिक वर्सेस

‘द सैटेनिक वर्सेस’ सलमान रुश्दी का चौथा उपन्यास था। भारत और दुनिया के कई देशों में यह उपन्यास बैन है। यह 1988 में प्रकाशित हुआ था। रुश्दी पर पैगंबर मोहम्मद साहब के अपमान का आरोप लगा।

‘द सैटेनिक वर्सेस’ के जापानी ट्रांसलेटर हितोशी इगाराशी की हत्या कर दी गई थी, जबकि इटैलियन ट्रांसलेटर और नॉर्वे के पब्लिशर पर भी हमले हुए। रुश्दी की तारीफ करने के लिए दक्षिण अफ्रीका में भारतीय मूल की महिला लेखक जैनब प्रिया पर भी जानलेवा हमला हुआ था। हमलावरों ने प्रिया की गर्दन पर चाकू रख दिया था। ईंट से चेहरे पर वार किया था।

4 शादियों के कारण चर्चा में रहे रुश्दी

रुश्दी अफेयर्स को लेकर भी चर्चा में रहे हैं। वो 4 शादियां कर चुके हैं। जन्म के कुछ समय बाद ही ब्रिटेन चले गए थे। इंग्लैंड के रगबी स्कूल में उन्होंने प्राइमरी की। बाद में कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में इतिहास से ग्रेजुएशन किया। साहित्यकार बनने से पहले वे ऐड एजेंसियों में कॉपी राइटर का भी काम कर चुके हैं।

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