वायनाड से लोकसभा सांसद प्रियंका गांधी मंगलवार को संसद में एक बैग लेकर पहुंची, जिस पर बांग्लादेशी हिंदुओं और ईसाइओं के साथ खड़े हों, लिखा था। इससे एक दिन पहले ही वे फिलिस्तीन को समर्थन करने वाला बैग लेकर पहुंची थीं। जिस पर फिलिस्तीन आजाद होगा लिखा था। इस पर विवाद भी हुआ था।
प्रियंका ने सवाल उठाने वालों से कहा था-
“मैं कैसे कपड़े पहनूंगी, इसे कोई और तय नहीं करेगा, बरसों से चल रही रूढ़ियावादी पितृसत्ता को मैं नहीं मानती, मैं जो चाहूंगी, वही पहनूंगी।”
फिलिस्तीन का सपोर्ट करने पर पाकिस्तान सरकार में पूर्व मंत्री फवाद हसन चौधरी ने भी उनकी तारीफ में कहा कि हमारे सांसदों में इतनी हिम्मत नहीं। उन्होंने सोशल मीडिया मंच एक्स पर लिखा-
“जवाहरलाल नेहरू जैसे महान स्वतंत्रता सेनानी की पोती से हम और क्या उम्मीद कर सकते हैं! प्रियंका ने अपना कद और ऊंचा कर लिया है, यह शर्मनाक है कि आज तक किसी पाकिस्तानी सांसद ने ऐसी हिम्मत नहीं दिखाई।”
केंद्रीय मंत्री और राष्ट्रीय लोकदल पार्टी के अध्यक्ष जयंत सिंह चौधरी ने प्रियंका गांधी के बैग पर तंज कसते हुए एक कविता सोशल मीडिया पर पोस्ट की है। इस कविता का शीर्षक है कि बैग में क्या है। बैग नाग की इस कविता में कहा गया है-
आपके पास बैग ही है। बैग इकट्ठे करना आपको पसंद है। आपके पास बैग है, जिसके भीतर कुछ नहीं है, सिवाए बैग के। बैग के भीतर ही बैग है। आपके पास पूरी जिंदगानी भर के लिए बैग है। अगर बैग के लिए कुछ ईनाम होते तो आपके पास बैग ही बैग होते। नहीं पता कि आपको इतने बैग की जरूरत क्यों है? जब आपको बैग के भीतर बैग ही रखने हैं।
बता दें यह कविता ब्रिटिश कवि और लेखक ब्रायन बिलस्टन की है। ब्रायन का असली नाम पॉल मिलिचैप है।
यहां से शुरू हुआ प्रियंका के बैग का सिलसिला
संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान विपक्ष गौतम अडानी को लेकर लगातार विरोध कर रही है। इस बीच 10 दिसंबर को प्रियंका गांधी मोदी अडानी भाई-भाई लिखा बैग लेकर संसद पहुंची थीं। राहुल गांधी ने इस बैग को दिखाते हुए कहा था कि ये काफी क्यूट है। बैग में एक तरफ मोदी तो दूसरी तरफ अडानी की तस्वीर लगी थी।
प्रियंका बोलीं- सरकार बांग्लादेश में हिंदू और ईसाई अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाए
लोकसभा में सोमवार को भी प्रियंका गांधी ने प्रश्नकाल में सवाल किया था। उन्होंने कहा कि मैं सबसे पहले जिस मुद्दे पर चर्चा करना चाहती हूं, वह यह है कि इस सरकार को बांग्लादेश में हिंदू और ईसाई अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए, उनसे बातचीत करनी चाहिए और उनका समर्थन लेना चाहिए। दूसरा मुद्दा यह है कि आज सेना के मुख्यालय से एक तस्वीर उतारी गई है, जिसमें पाकिस्तानी सेना भारतीय सेना के सामने आत्मसमर्पण कर रही है। आज विजय दिवस है। सबसे पहले मैं 1971 के युद्ध में हमारे लिए लड़ने वाले वीर जवानों को नमन करना चाहती हूं।
प्रियंका ने कहा कि बांग्लादेश में जो कुछ भी हो रहा था, बांग्लादेश के लोगों, हमारे बंगाली भाइयों और बहनों की आवाज कोई नहीं सुन रहा था। उस समय इंदिरा गांधी प्रधानमंत्री थीं, मैं उन्हें नमन करना चाहती हूं। उन्होंने सबसे कठिन परिस्थितियों में साहस दिखाया और ऐसा नेतृत्व दिखाया जिससे देश विजयी हुआ।
प्रियंका के बैग में फिलिस्तीन के प्रतीक
ऑलिव ब्रांच
फिलिस्तीन में 1 लाख परिवार ऑलिव की खेती करते हैं। फिलिस्तीनियों का मानना है कि ऑलिव ब्रांच शांति और उनकी जमीन पर कब्जे को खत्म करने के मैसेज को दर्शाता है।
फिलिस्तीनी कढ़ाई
फिलिस्तीनी की महिलाएं इस कढ़ाई की प्रक्रिया को एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी को सिखाती है। UNESCO ने फिलिस्तीनी कढ़ाई को 2021 में कल्चरल हैरिटेज लिस्ट में शामिल किया था।
वाटरमेलन इमोजी
वाटरमेलन इमोजी फिलिस्तीन के झंडे को दर्शाता है। फिलिस्तीनियों ने कई बार प्रोटेस्ट के लिए इस इमोजी का इस्तेमाल किया है।
कैफिया
अरब देशों में महिलाएं सर पर खास तरह का स्कार्फ पहनती हैं, जिसे कैफिया कहा जाता है। इसका ब्लैक एंड व्हाइट पैटर्न न्याय और आजादी को दर्शाता है। वहीं, फिशनेट पैटर्न फिलिस्तीनी मछुआरों और मेडिटिरेनियन समुद्र से कनेक्शन को दर्शाता है।
बैग में फिलिस्तीन झंडे के 4 रंग
1.लाल रंग अरब देशों की एकता और पैगंबर मोहम्मद के वंशज हाशमी घराने का प्रतीक है।
2. काला रंग बगदाद के अब्बासिद खलीफा (750-1258) को दर्शाता है।
3. सफेद रंग उमय्यद खलीफा (661-750) को दर्शाता है।
4. हरा रंग काहिरा के फातिमी राजवंश को दर्शाता है।