
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 13 फरवरी 2025 को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से वाशिंगटन डी.सी. में मुलाकात की, जो ट्रंप के दूसरे कार्यकाल में उनकी पहली आधिकारिक यात्रा थी। इस महत्वपूर्ण बैठक में दोनों नेताओं ने व्यापार, रक्षा, ऊर्जा और प्रवासी भारतीयों से जुड़े मुद्दों पर विस्तृत चर्चा की।
व्यापार और टैरिफ विवाद:
बैठक के दौरान, दोनों देशों ने व्यापार और टैरिफ से संबंधित विवादों को सुलझाने पर सहमति व्यक्त की। भारत ने अमेरिकी तेल, गैस और रक्षा उपकरणों की खरीद बढ़ाने का वादा किया, जबकि अमेरिका ने भारतीय उत्पादों पर लगाए गए कुछ टैरिफ में राहत देने का संकेत दिया। दोनों देशों ने वर्ष 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को दोगुना करने का लक्ष्य निर्धारित किया है।
रक्षा सहयोग:
रक्षा क्षेत्र में, राष्ट्रपति ट्रंप ने भारत को उन्नत रक्षा प्रणालियों, विशेषकर F-35 स्टेल्थ फाइटर जेट्स, की बिक्री की संभावना पर चर्चा की। दोनों देशों ने अगले दस वर्षों के लिए एक नए रक्षा साझेदारी ढांचे पर सहमति जताई, जो वायु, भूमि, समुद्र, अंतरिक्ष और साइबरस्पेस में सहयोग को मजबूत करेगा।
प्रवासी भारतीयों की सुरक्षा:
अवैध प्रवासियों के मुद्दे पर, राष्ट्रपति Donald Trump ने 2008 मुंबई हमलों में शामिल ताहव्वुर हुसैन राणा के भारत प्रत्यर्पण का समर्थन किया, जिससे भारत में सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली। प्रधानमंत्री मोदी ने अवैध रूप से अमेरिका में रह रहे भारतीय नागरिकों की वापसी में सहयोग का आश्वासन दिया, जिसमें हाल ही में 104 भारतीयों की वापसी शामिल है।
ऊर्जा सहयोग:
ऊर्जा क्षेत्र में, भारत ने अमेरिकी तेल और गैस की खरीद बढ़ाने की योजना बनाई है, जिससे अमेरिका के साथ व्यापार घाटे को कम करने में मदद मिलेगी। यह कदम दोनों देशों के बीच ऊर्जा सहयोग को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा।
PM Modi की यह यात्रा भारत-अमेरिका संबंधों में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई है, जिससे दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को नई दिशा मिली है।