मंगलवार को लेबनान और सीरिया में हिज़बुल्लाह के सैकड़ों सदस्यों के पेजर अचानक विस्फोट कर गए, जिसमें कम से कम 9 लोगों की मौत हो गई। मृतकों में एक 8 साल की बच्ची भी शामिल थी। इस विस्फोट में हजारों लोग घायल हुए, जिनमें लेबनान में ईरान के राजदूत भी घायल बताए जा रहे हैं। इस घटना ने लेबनान और इज़राइल के बीच पहले से तनावपूर्ण माहौल को और अधिक गंभीर बना दिया है।
इज़राइल पर लगे आरोप
हिज़बुल्लाह और लेबनान की सरकार ने इस विस्फोट के लिए इज़राइल को जिम्मेदार ठहराया है। उनका कहना है कि यह एक सटीक और तकनीकी रूप से उन्नत हमला था, जिसमें पेजर्स में छिपे छोटे विस्फोटकों को दूर से नियंत्रित करके सक्रिय किया गया। हालांकि, इज़राइल की सेना ने इस मामले पर कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की है।
अमेरिकी अधिकारियों के अनुसार, यह ऑपरेशन इज़राइल द्वारा किया गया था। इस हमले के बाद इज़राइल ने अमेरिका को सूचित किया कि पेजर्स में छिपे छोटे विस्फोटकों को रिमोट से उड़ाया गया था। इस जानकारी को गुप्त रखा गया और सार्वजनिक तौर पर साझा नहीं किया गया।
वर्तमान तनाव की पृष्ठभूमि
यह घटना ऐसे समय में घटित हुई है जब इज़राइल और ईरान समर्थित हिज़बुल्लाह के बीच तनाव चरम पर है। 7 अक्टूबर को हमास के गाजा में हमले के बाद से दोनों देशों के बीच सीमा पर लगातार गोलीबारी हो रही है। हिज़बुल्लाह ने इज़राइल पर हमास का समर्थन करने और गाजा में चल रहे संघर्ष को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है।
सीमा पर लगातार गोलीबारी
गाजा में युद्ध शुरू होने के बाद से इज़राइल और हिज़बुल्लाह के बीच टकराव की घटनाएं बढ़ गई हैं। यह पेजर विस्फोट उस संघर्ष का हिस्सा माना जा रहा है, जो इज़राइल और उसके पड़ोसियों के बीच जारी तनाव को और बढ़ा सकता है।
हिज़बुल्लाह और लेबनान की प्रतिक्रिया
हिज़बुल्लाह के वरिष्ठ नेताओं ने इस घटना की कड़ी निंदा की है और इसे इज़राइल की ओर से एक सुनियोजित हमला करार दिया है। लेबनान की सरकार ने भी घटना की जांच का आदेश दिया है और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से इज़राइल के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
इस घटना के बाद क्षेत्र में शांति की संभावना और भी धूमिल हो गई है। इज़राइल और हिज़बुल्लाह के बीच बढ़ते संघर्ष के बीच यह हमला एक बड़े क्षेत्रीय युद्ध की ओर इशारा कर सकता है।