
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने चुनाव से पहले गैर कानूनी तौर पर अमेरिका में रहने वाले भारत समेत दूसरे देशों के नागरिकों को वापस भेजने की जो बात कही थी उस पर अमल शुरू कर दिया है। इनमें ऐसे भारतीय शामिल हैं जिन्हें अमेरिका में अवैध प्रवासी करार किया जा चुका है। नए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के पद संभालने के बाद पहली बार अमेरिका ने विमान के जरिये भारतीय अवैध प्रवासियों को भेजना शुरू कर दिया है। ट्रम्प और नरेंद्र मोदी की बातचीत में भी ये मुद्दा उठा था। खबर है कि ट्रम्प प्रशासन अपनी इमिग्रेशन एजेंडा को आगे बढ़ाने के लिए सेना की मदद ले रहा है।
नई दिल्ली स्थित अमेरिकी दूतावास के प्रवक्ता ने कहा है कि अमेरिका अपनी सीमाओं को सुरक्षित करने के लिए काफी प्रयत्नशील है, अपने प्रवासी कानूनों को मजबूत कर रहा है और गैर कानूनी तौर पर रहने वाले प्रवासी लोगों को बाहर निकाल रहा है। यह कार्रवाई साफ संकेत है कि हम गैर कानूनी तौर पर अमेरिका में रहने की जोखिम नहीं लेनी चाहिए।
18 हजार भारतीयों को भेजने की तैयारी
राष्ट्रपति ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने के जब विदेश मंत्री एस जयशंकर वाशिंगटन गए थे तब वहां उनकी मुलाकात विदेश मंत्री मार्को रुबियो से हुई थी। उक्त बैठक के बाद अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने बताया था कि अमेरिका में गैरकानूनी तौर पर रहने वाले 18 हजार भारतीयों को वापस भेजने की बात कही थी।
अमेरिकी मीडिया में प्रकाशित खबरों के मुताबिक अभी अमेरिकी सरकार के पास उक्त श्रेणी में 20,427 भारतीयों की सूची है। इनमें से 17,940 भारतीयों के पत्ते आदि का सत्यापन हो चुका है और उन्हें भारत भेजने की तैयारी है। जबकि शेष भारतीयों के बारे में अभी जांच-पड़ताल की जा रही है।