भारत और कनाडा के बीच तनानती बढ़ती ही जा रही है। इसी बीच कनाडा के मंदिर पर खालिस्तानी समर्थकों ने उस वक्त हमला कर दिया जब वहां पर भारतीय कांसुलर कैंप चल रहा था। खालिस्तानी समर्थकों के हमले के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। कनाडा में हिंदुओं पर हुए इस हमले की पीएम मोदी ने भी निंदा की है और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। वहीं कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने भी इसे अस्वीकार्य बताया है।
पीएम मोदी ने की हमले की कड़ी निंदा
पीएम मोदी ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा- मैं कनाडा में हिंदू मंदिर पर हुए जानबूझकर किए गए हमले की कड़ी निंदा करता हूं। हमारे राजनयिकों को डराने के कायरतापूर्ण प्रयास भी उतने ही निंदनीय हैं। हिंसा के ऐसे कृत्य भारत के संकल्प को कभी कमजोर नहीं कर पाएंगे। हम उम्मीद करते हैं कि कनाडा सरकार न्याय सुनिश्चित करेगी और कानून का राज कायम करेगी। बता दें कि हाल के महीनों में पीएम मोदी का यह बयान दूसरा उदाहरण है, जब उन्होंने भारत के बाहर हिंदुओं पर कथित हमलों का मुद्दा उठाया है। इस साल अगस्त में, उन्होंने बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस के समक्ष पड़ोसी देश में सत्ता परिवर्तन के बाद हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों को कथित तौर पर निशाना बनाए जाने का मुद्दा उठाया था।
‘दोषियों के खिलाफ मुकदमा चलाया जाए’
वहीं विदेश मंत्रालय ने भी इस घटना पर चिंता जताई है। मंत्रालय ने कनाडा सरकार से सभी धार्मिक स्थलों की सुरक्षा सुनिश्चित करने को कहा है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि हम ओंटारियो के ब्रैम्पटन शहर में रविवार को हिंदू सभा मंदिर में कट्टरपंथियों और अलगाववादियों द्वारा की गई हिंसा की घटनाओं की निंदा करते हैं। हम कनाडा सरकार से यह सुनिश्चित करने का आह्वान करते हैं कि सभी पूजा स्थलों को ऐसे हमलों से बचाया जाए। हम यह भी उम्मीद करते हैं कि हिंसा में शामिल लोगों पर मुकदमा चलाया जाएगा। वहीं खालिस्तानी समर्थकों के हमले के बीच एक और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ जिसमें कथित तौर पर पुलिस को एक हिंदू युवक को पकड़कर हथकड़ी लगाते हुए दिखाया गया, जिसकी तुलना टिप्पणीकारों ने अमेरिका में जॉर्ज फ्लॉयड की घटना से की।