
Hindenburg Research के बंद होने पर CFO का ट्वीट
हिंडनबर्ग रिसर्च के बंद होने के कुछ ही घंटे बाद, अदाणी ग्रुप के मुख्य वित्तीय अधिकारी जुगेशिंदर रॉबी सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ (पूर्व में ट्विटर) पर एक गूढ़ संदेश पोस्ट किया। उन्होंने लिखा, “कितने गाजी आए, कितने गाजी गए,” जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया।
क्या है इस ट्वीट का अर्थ?
रॉबी सिंह का यह ट्वीट अदाणी समूह के खिलाफ लगाए गए आरोपों और उसके बाद की घटनाओं से जोड़कर देखा जा रहा है। जनवरी 2023 में, हिंडनबर्ग रिसर्च ने अदाणी ग्रुप पर “स्टॉक मैनिपुलेशन” और “फ्रॉड स्कीम्स” के आरोप लगाए थे, जिससे ग्रुप को भारी वित्तीय नुकसान झेलना पड़ा। हालाँकि, अदाणी ग्रुप ने इन आरोपों को खारिज करते हुए इसे भारतीय बाजार पर हमला बताया था।
Hindenburg Research का समापन
15 जनवरी 2025 को, हिंडनबर्ग रिसर्च के संस्थापक Nate Anderson ने एक ब्लॉग पोस्ट के माध्यम से अपने संगठन के समापन की घोषणा की। उन्होंने लिखा कि यह निर्णय किसी व्यक्तिगत मुद्दे या दबाव के कारण नहीं, बल्कि उनकी टीम की “आखिरी जांच” के पूरा होने के बाद लिया गया।
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया
रॉबी सिंह के इस ट्वीट ने सोशल मीडिया पर नई बहस छेड़ दी है। कई यूजर्स ने इसे Hindenburg Research पर तंज के रूप में देखा, जबकि अन्य ने इसे अदाणी ग्रुप की वर्तमान स्थिति का प्रतीक माना।
अदाणी ग्रुप और हिंडनबर्ग: एक नजर
Hindenburg Research के आरोपों के बाद सेबी (Sebi) ने अदाणी ग्रुप की जांच शुरू की थी। हालाँकि, सेबी ने अपनी रिपोर्ट में अभी तक कोई निर्णायक आदेश जारी नहीं किया है।
CFO का ट्वीट: किसके लिए संदेश?
“कितने गाजी आए, कितने गाजी गए” का उपयोग ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संदर्भ में किया जाता है, जो अदाणी ग्रुप के लिए बीते समय की कठिनाइयों को दर्शाता है। यह स्पष्ट है कि रॉबी सिंह का यह संदेश समूह की शक्ति और दृढ़ता को प्रदर्शित करता है।
अदाणी ग्रुप और हिंडनबर्ग रिसर्च के बीच की यह कहानी अब नए मोड़ ले रही है। CFO का यह ट्वीट एक बार फिर इस विवाद को चर्चा में ले आया है।