महाकुंभ भारत का सबसे बड़ा आध्यात्मिक उत्सव है। यहाँ कुछ संत अपनी अद्भुत साधना और जीवनशैली के कारण सबका ध्यान खींचते हैं।
कांटों पर सोने वाले बाबा अपनी कठोर तपस्या के लिए प्रसिद्ध हैं। उनका मानना है कि कांटों की साधना से आत्मा शुद्ध होती है और संयम की शक्ति बढ़ती है।
महाकुंभ में सोने के आभूषण पहनकर प्रसिद्ध हुए गोल्डन बाबा आस्था और शानो-शौकत के प्रतीक हैं। इनका शरीर 4 किलो सोने से सजा हुआ है।
एंबेसडर कार को आश्रम बनाने वाले यह बाबा साधना में आधुनिकता का अनोखा मेल दिखाते हैं। उनकी सादगी और संदेश श्रद्धालुओं को प्रभावित करते हैं।
रुद्राक्ष से सजे यह बाबा भगवान शिव के परम भक्त हैं। उनका कहना है कि रुद्राक्ष आत्मिक ऊर्जा को बढ़ाता है और सकारात्मकता लाता है।
युवा साध्वी हर्षा रिछारिया कुंभ मेले में अपनी खूबसूरत पारंपरिक पोशाक और रुद्राक्ष माला के साथ वायरल हो रही हैं।
IIT से पढ़ाई करने के बाद यह संत अध्यात्म के मार्ग पर चले। उनके प्रवचनों में विज्ञान और वेदांत का संगम युवाओं को खासा आकर्षित करता है।
महाकुंभ के ये संत सिखाते हैं कि भौतिकता से ऊपर उठकर आत्मिक शांति और मोक्ष को पाना ही सच्चा उद्देश्य है। आपका पसंदीदा संत कौन है? हमें जरूर बताएं!