1949 में लेफ्टिनेंट जनरल के.एम. करिअप्पा भारतीय सेना के पहले कमांडर-इन-चीफ बने।
यह National Defense Academy और Southern Command मुख्यालय का केंद्र है।
परेड में दिखे अत्याधुनिक ‘रोबोटिक खच्चर’ (mules)।
परेड में दिखे अत्याधुनिक ‘रोबोटिक खच्चर’ (mules)।
साहसी सैनिकों को उनके बलिदान और निस्वार्थ सेवा के लिए सम्मानित किया जाएगा।
यह दिन हमारे सैनिकों की बहादुरी और समर्पण की याद दिलाता है।
हम सभी को सेना के प्रति सम्मान और आभार प्रकट करना चाहिए।