युवाओं को स्वावलम्बी बनाने के लिए योगी सरकार ने शुरू की स्टार्टअप योजना

भारत युवाओं का देश है और अगर युवाओं को रोजगार मिल जाए तो ये देश के विकास में सबसे अहम योगदान दे सकते हैं। इसी को देखते हुए केंद्र की मोदी सरकार ने युवाओं को स्वरोजार से जोड़ने के लिए स्टार्टअप योजना चला रही है। जिसकी मदद से युवा खुद को स्वावलंबी बना रहे हैं। इसी क्रम में उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने भी युवाओं को स्टार्टअप से जुड़ने के लिए योजना बनाई है। जिसके लिए योगी सरकार ने 1 हजार करोड़ रुपये की वित्तीय धनराशि को मजूरी दी है। जिसे सिर्फ युवाओं को स्टार्टअप शुरू करने में मदद के लिए रखा गया है। इस योजना के तहत योगी सरकार नए स्टार्टअप को 10 लाख रुपये की एक मुश्त मदद व हर महीने 15 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि देने की व्यवस्था की है।
15 जिलों में शुरू होगी योजना
उत्तर प्रदेश में स्टार्टअप योजना की शुरुआत करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कूड़े का प्रबंधन करके अगर उसको उर्जा में बदल दिया जाए, प्रदूषण से छुट्टी तो मिलेगी ही साथ ही, लोगों को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे। इसके अलावा उन्होंने कहा कि लोग आज कूड़े से सड़क बना रहे हैं। अगर सड़क प्लास्टिक से बनेगी तो कभी खराब नहीं होगी। हमेशा के लिए गड्ढामुक्त हो जाएगी। शुरू में ये स्टार्टअप योजना उत्तर प्रदेश के 15 जिलों में शुरू की गयी है। जिसको शुरू करने के लिए राज्य सरकार ने सिडबी के साथ एमओयू भी साइन किया है। सीएम योगी ने इस मौके पर कहा कि भारत की ऋषि परम्परा में बताया गया है कि कोई भी अक्षर ऐसा नहीं है, जो मंत्र नहीं बन सकता है और कोई वनस्पति ऐसी नहीं है, जो औषधि न बन सके। इसका मतलब समाज में हर चीज उपयोगी है। बस उसका उपयोग सुनिश्चित होना चाहिए।
स्टार्टअप बस यात्रा से जागरूक होंगे युवा
योगी सरकार ने युवाओं को जागरूक करने के लिए प्रदेश भर में स्टार्ट-अप बस यात्रा शुरू की है। ये बस जिला मुख्यालयों और मुख्य तहसील मुख्यालयों पर घूमेगी। इसके जरिए विद्यार्थियों को रोजगार के अलावा, स्वरोजगार अपनाने के लिए प्रेरित किया जाएगा। इससे युवाओं को स्वरोजगार से जोड़कर रोजगार में वृद्धि की जाएगी। 10 अक्टूबर तक ये यात्रा चलेगी और लखनऊ पहुंचकर खत्म होगी। यही नहीं योजना सुचारू रूप से क्रियान्वित हो इसके लिए सीएम ने योगी ने स्टार्टअप पॉलिसी के साथ-साथ पॉलिसी इंप्लीमेंटेशन टीम के भी गठित करने की बात कही है।
समस्याओं के समाधान के लिए बनेंगे कॉल सेंटर
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शैक्षणिक संस्थानों में स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए इंक्यूबेटर भी बनाने की भी बात कही है। इसके लिए सरकार की तरफ से 25 लाख रुपये की मदद दी जाएगी। साथ ही उस इंक्यूबेटर को चलाने के लिए हर साल राज्य सरकार 5 लाख रुपये की मदद देगी। इंक्यूबेटर के मेंटर को सरकार की तरफ से 2 लाख रुपये का मानदेय भी दिया जाएगा। छात्रों को नसीहत देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें बैठना होगा और पूरी ईमानदारी से मेहनत करनी होगी। योगी ने कहा कि जल्द ही स्टार्ट-अप एप भी लाया जाएगा। स्टार्ट-अप की समस्याओं के लिए कॉल सेंटर बनेंगे। उत्तर प्रदेश शुरुआत करेगा तो देश शुरुआत करेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने देश का प्रधानमंत्री बनते ही कई योजनाएं शुरू की हैं।
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