कानपुर के एकता हत्याकांड के बाद यूपी महिला आयोग ने महिला सुरक्षा को लेकर एक सख्त कदम उठाया है। राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. बबीता सिंह चौहान का कहना है, “पुरुष टेलर महिलाओं का नाप नहीं ले सकेंगे। जिम और योग सेंटर में महिला ट्रेनर लगाने होंगे। इसकी CCTV से निगरानी भी होगी। पार्लर में लड़कियों के मेकअप और ड्रेस अप के लिए भी महिला होना चाहिए। महिलाओं के लिए विशेष कपड़े बेचने वाले स्टोर्स में भी महिला कर्मचारियों को रखा जाए। इसके अलावा, कोचिंग सेंटरों में CCTV से निगरानी की जाए।”
कौन हैं डॉ. बबीता सिंह चौहान
डॉ. बबीता सिंह चौहान आगरा की रहने वाली हैं। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा उन्हें महिला आयोग का अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। वे समाजसेवी संगठन से जुड़ी होने के साथ-साथ राजनीति में भी सक्रिय हैं। सक्रिय राजनीति में उनका लंबा अनुभव रहा है। वे कई वर्षों से महिला अधिकारों और सामाजिक मुद्दों पर काम करती रही हैं। आयोग की अध्यक्ष बनने के बाद से ही उन्होंने महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों पर रोक लगाने के लिए विभिन्न स्तरों पर ठोस प्रयास शुरू किए हैं।
महिला सुरक्षा के साथ-साथ रोजगार के मिलेंगे अवसर
दरअसल, 28 अक्टूबर को महिला आयोग की बैठक हुई थी। इसमें यह फैसला लिया गया। अब आयोग ने सभी जिले के डीएम और SP को आदेश लागू करने को कहा है।उनका मानना है कि इस फैसले से महिलाओं की सुरक्षा के साथ-साथ रोजगार के अवसर भी बढ़ेगें। उनके इस निर्णय का उद्देश्य महिलाओं के खिलाफ बढ़ते उत्पीड़न के मामलों को रोक लगाना और एक सुरक्षित वातावरण प्रदान करना है।
आइए महिला आयोग के आदेश के मुख्य बिंदुओं को समझते हैं…
- जिम-योग सेंटर में आने वालों की आईडी कार्ड का वैरिफिकेशन हो।
- स्कूल बस में महिला सुरक्षाकर्मी या महिला टीचर तैनात हों।
- नाट्य कला केंद्रों में महिला डांस टीचर की नियुक्ति हो।
- पुरुष टेलर महिलाओं का नाप नहीं ले सकते।
- महिलाओं के लिए विशेष कपड़े बेचने वाले स्टोरों में महिला कर्मचारियों को रखा जाए।
- कोचिंग सेंटर में CCTV और वाश-रूम की व्यवस्था होनी चाहिए।
- जनपद की सभी शिक्षण संस्थाओं का सत्यापन होना चाहिए।
जिम में महिलाओं के पुरुष ट्रेनर
बबीता चौहान ने बताया, जनसुनवाई के दौरान जिम, ब्यूटी पार्लर और बुटीक में पुरुषों से जुड़ी घटनाएं आ रही हैं। जिम में महिलाओं के ट्रेनर पुरुष हैं। वहां पर बहुत सारी ऐसी घटनाएं होती हैं। इसे महिलाएं या छोटी बच्चियां बर्दाश्त करती हैं। घर पर आकर बता नहीं पाती हैं।
हाल ही में कानपुर में ऐसी ही घटना हुई, जिसमें जिम ट्रेनर ने एक महिला की हत्या कर दी। ऐसे मामले भी सामने आ रहे हैं, जिसमें तलाक तक की नौबत आ गई। जिम संचालित करें, लेकिन महिलाओं के लिए महिला ट्रेनर होनी चाहिए। इससे महिलाओं को भी रोजगार मिलेगा।
पुरुष टेलर महिलाओं को करते हैं बैड टच
बबीता चौहान ने कहा, बुटीक में पुरुष टेलर महिलाओं को कपड़ों के नाप के दौरान बैड टच करते हैं। ऐसी शिकायतें महिला आयोग को मिल रही हैं। ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए बुटीक में मेजरमेंट के लिए महिला ही होनी चाहिए। इससे महिलाओं को सुविधा भी रहेगी।
ब्यूटी पार्लर में लड़कियां ही रहें
बबीता चौहान का कहना है, आजकल फैशन बन गया है कि ब्यूटी पार्लर में पुरुष ही महिलाओं को मेकअप करते हैं। लड़कियां महिलाओं का मेकअप क्यों नहीं कर सकती हैं? यह फील्ड तो महिलाओं के लिए ही है। ब्यूटी पार्लर में भी दुल्हन को तैयार करने, महिलाओं को साड़ी पहनाने के दौरान शिकायतें मिल रही हैं। पार्लर में भी लड़कियों के मेकअप और ड्रेस अप के लिए भी महिला होनी चाहिए। पार्लर में काम करने वाले लड़कों का पुलिस वैरिफिकेशन करना जरूरी है।
स्कूल बस में महिला सुरक्षाकर्मी जरूरी
बबिता चौहान मानती हैं कि सभी जिले के सभी शिक्षण संस्थानों का सत्यापन होना चाहिए। स्कूल बस में भी महिला सुरक्षाकर्मी या महिला टीचर का होना जरूरी है। नाट्य कला केंद्रों में महिला डांस टीचर की नियुक्ति की जाए। इसके अलावा, वहां CCTV की व्यवस्था की जाए।