उत्तरप्रदेश बना पहला सबसे अधिक ई-श्रमिक कार्ड धारकों वाला प्रदेश, जानें क्या है इसके फायदें

भारत सरकार द्वारा श्रमिकों के लिए लांच कि गई ई-श्रमिक पोर्टल पर अब
तक देश के लगभग 17 करोड़ श्रमिक अपना पंजीकरण करवाया चुके हैं। कुल पंजीकरण में से
6 करोड़ पंजीकरण उत्तर प्रदेश के श्रमिकों ने किये हैं। वहीं, युवा श्रमिकों की
संख्या सबसे अधिक है, जो कुल पंजीकरण का 61.27 फीसदी हैं।
क्या है ई-श्रमिक कार्ड
26 अगस्त 2021 को श्रम एवं रोजगार मंत्रालय द्वारा असंगठित क्षेत्रों के कामगारों का एक डाटाबेस तैयार करने के लिए ई-श्रमिक पोर्टल की शुरुआत हुई थी। इसमे श्रमिकों द्वारा पंजीकरण करवाने पर एक आईडेंटिटी कार्ड प्रदान किया जाता हैं। जिसमे श्रमिक का आईडेंटिफिकेशन नंबर होता है। इस कार्ड के माध्यम से श्रमिक देशभर में कहीं भी सरकारी योजनाओं का लाभ ले सकते हैं। सरकार यह डाटाबेस ऐसे श्रमिकों को लाभान्वित करने के लिए तैयार कर रही है, जो सूचना के अभाव में सरकार द्वारा श्रमिकों के लिए चलाई जा रही योजनाओं का लाभ नहीं ले पाते हैं।
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ई-श्रमिक कार्ड के फायदें
- पोर्टल पर पंजीकरण करवाने पर श्रमिक को दुर्घटना में मृत्यु होने पर ₹200000 का जीवन बीमा कवर, दुर्घटनावश
स्थाई विकलांगता होने पर ₹200000
एवं आंशिक विकलांगता होने पर ₹100000
की धनराशि सरकार द्वारा दी जाएगी।
- प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, सामाजिक सुरक्षा योजना आदि का
लाभ मिलेगा।
- प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना के अंतर्गत 3000 रुपए प्रति माह मिलने वाली धनराशि का लाभ ले सकेंगे।
कौन बनवा सकते हैं ई-श्रमिक कार्ड
ट्यूटर, घर का नौकर - नौकरानी (काम वाली बाई), खाना बनाने वाली बाई (कुक), सफाई कर्मचारी, गार्ड, ब्यूटी पार्लर की वर्कर, नाई, मोची, दर्ज़ी ,बढ़ई , प्लम्बर, बिजली वाला (इलेक्ट्रीशियन), पोताई वाला (पेंटर), टाइल्स वाला, हर दुकान का नौकर / सेल्समैन / हेल्पर, ऑटो चालक, ड्राइवर, पंचर बनाने वाला, चरवाहा, डेयरी वाले, सभी पशुपालक, पेपर का हॉकर, जोमैटो स्विगी के डिलीवरी बॉय, अमेज़न फ्लिपकार्ट के डिलीवरी बॉय (कूरियर वाले), वेल्डिंग वाला, खेती वाले मज़दूर, नरेगा मज़दूर, ईंट भट्ठा के मज़दूर, पत्थर तोड़ने वाले, खदान मज़दूर, फाल्स सीलिंग वाला, मूर्ति बनाने वाले, मछुवारा, रेजा, कुली, रिक्शा चालक, ठेला में किसी भी प्रकार का सामान बेचने वाला (वेंडर), चाट ठेला वाला, भेल वाला, चाय वाला, होटल के नौकर/वेटर, रिसेप्शनिस्ट, पूछताछ वाले क्लर्क, ऑपरेटर, नर्स, वार्डबॉय, आया, मंदिर के पुजारी, विभिन्न सरकारी ऑफिस के दैनिक वेतन भोगी यानी वास्तव में आपके आसपास दिखने वाले प्रत्येक कामगार का यह कार्ड बन सकता है।
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ई श्रम कार्ड के लिए ऐसे करें पंजियन
- ई श्रम कार्ड की आधिकारिक वेबसाइट @register.eshram.gov.in पर जाएं
- होम पेज के विवरण की जांच करें और स्वयं पंजीकरण के लिए जाएं ।
- अपना आधार लिंक्ड मोबाइल नंबर दर्ज करें ।
- कैप्चा कोड भरें ।
- ईपीएफओ और ईएसआईसी के लिए हां/नहीं विकल्प पर क्लिक करें ।
- सेंड ओटीपी बटन
पर क्लिक करें ।
- आवेदन पत्र खोलें और विवरण भरें ।
- सभी आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें ।
- सबमिट बटन पर क्लिक करें और आवेदन पत्र का प्रिंटआउट लें ।
उत्तर प्रदेश मे है सबसे ज्यादा ई-श्रमिक कार्ड धारक
योगी सरकार ने ई-श्रमिक कार्ड स्कीम को बढ़ावा देने के लिए श्रमिकों
को हर महीने 500 रुपये देने की घोषणा कि है। इसके बाद से यूपी में ई-श्रमिक पोर्टल पर पंजीकरण करने वाले
श्रमिकों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। उत्तर प्रदेश सबसे ज्यादा ई-श्रमिक
कार्ड धारकों वाला राज्य बन गया है। यहां पंजीकृत श्रमिकों की संख्या लगभग 6 करोड़
है। दूसरे नंबर है पश्चिम बंगाल, यहां पंजीकृत श्रमिकों की संख्या 2.33 करोड़ है। वहीं,
तीसरे नंबर पर है बिहार, यहां पंजीकृत श्रमिकों की संख्या 1.54 करोड़ है।
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