उत्तर प्रदेश सरकार ने State Capital Region (SCR) के गठन की घोषणा की है, जो लखनऊ और इसके पांच पड़ोसी जिलों को शामिल करेगा। यह NCR (National Capital Region) की तर्ज पर बनाया गया है और इसका उद्देश्य बढ़ती आबादी और अवसंरचनात्मक मांगों को पूरा करना है।
SCR का गठन
शुक्रवार को उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने SCR को आधिकारिक रूप से मंजूरी दी। इसमें लखनऊ, हरदोई, सीतापुर, उन्नाव, रायबरेली और बाराबंकी शामिल हैं। SCR का कुल क्षेत्रफल 27,826 वर्ग किलोमीटर होगा।
SCR के गठन का उद्देश्य
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सितंबर 2022 में इस प्रोजेक्ट की शुरुआत की थी। SCR के गठन का मुख्य उद्देश्य राजधानी लखनऊ पर बढ़ते जनसंख्या दबाव को नियंत्रित करना है। अनियोजित विकास के कारण लगातार बढ़ रही समस्याओं को ध्यान में रखते हुए SCR के माध्यम से व्यवस्थित विकास सुनिश्चित किया जाएगा।
2011 की जनगणना के अनुसार, इन छह जिलों की कुल जनसंख्या लगभग 2.3 करोड़ है। अकेले लखनऊ की जनसंख्या 45,89,838 है और यहां जनसंख्या घनत्व 1,816 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर है, जो राज्य औसत (829 प्रति वर्ग किलोमीटर) से दोगुना है।
UP-SCRDA की स्थापना
SCR के प्रभावी प्रबंधन के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने Uttar Pradesh State Capital Region Development Authority (UP-SCRDA) का गठन किया है। यह संस्था लखनऊ में मुख्यालय के साथ कार्य करेगी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इसके अध्यक्ष होंगे।
SCRDA के कार्य और संरचना
- SCRDA में आवास, राजस्व, शहरी विकास, वित्त, पर्यावरण, ग्रामीण विकास, सिंचाई, लोक निर्माण, परिवहन, कृषि और पर्यटन सहित विभिन्न विभागों के 36 सदस्य शामिल होंगे।
- इसका उद्देश्य SCR में आर्थिक विकास को बढ़ावा देना और बुनियादी ढांचे को बेहतर बनाना है।
- यह संस्था केंद्र सरकार के साथ मिलकर योजनाओं को लागू करेगी।
SCR के जिलों की विशेषताएं
जिला | जनसंख्या (2011) |
---|---|
लखनऊ | 45,89,838 |
हरदोई | 40,92,845 |
सीतापुर | 44,83,992 |
उन्नाव | 31,08,367 |
रायबरेली | 34,05,559 |
बाराबंकी | 32,60,699 |
SCR का महत्व
SCR के गठन से न केवल लखनऊ पर जनसंख्या का दबाव कम होगा, बल्कि आसपास के जिलों में भी संगठित विकास को बढ़ावा मिलेगा।
यह निर्णय उत्तर प्रदेश की राजधानी और उसके आसपास के क्षेत्रों को स्मार्ट सिटी मॉडल के तहत विकसित करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।