यूपी में लव जिहाद और थूक जिहाद के बाद अब सिम जिहाद की एंट्री हो गई है। चौंकिए मत, ये आगरा STF का इनपुट है। उसकी कस्टडी में शाहरुख नाम का शख्स आया, जो हिंदुओं के दस्तावेज बनाकर बैंक अकाउंट खुलवाता और सिम कार्ड इश्यू करवा लेता। जालसाज यह पूरी जानकारी श्रीलंका, दिल्ली और हरियाणा (नूंह) के साइबर ठगों को भेज रहा था।
एक व्यक्ति के नाम पर बैंक अकाउंट और सिम कार्ड के बदले उसको 20 से 50 हजार रुपए मिलते थे। हिंदू नाम की ID बनाकर फर्जी खाते और सिम लेने के पीछे मकसद सिर्फ इतना था कि पुलिस जब भी साइबर जालसाजी का लिंक तलाशे तो उसमें हिंदू लड़के ही फंसे।
…तो ऐसे पकड़ा गया शाहरुख
आगरा STF 30 सितंबर को शिक्षिका मालती वर्मा की डिजिटल अरेस्ट के दौरान मौत की जांच कर रही है। इसी केस में साइबर ठगों को टारगेट कर लिया। STF को जो लिंक मिले उसका पीछा करते हुए 17 अक्टूबर को शाहरुख पकड़ में आया। उसके पास से 10 मोबाइल सिम, 14 एक्टिव ATM कार्ड, 2 पासबुक, 1 मोबाइल और 6 आधार कार्ड बरामद हुए। ये सभी कार्ड और दस्तावेज हिंदू नाम पर थे। जबकि पकड़े गए लड़के की पहचान शाहरुख के तौर पर सामने आई।
श्रीलंका, दिल्ली और हरियाणा के ठगों को करता था सप्लाई
मामला संदिग्ध लगने पर STF ने उससे लंबी पूछताछ की। यह प्रश्न जायज है कि कोई एक आदमी इतनी आईडी और सिम कार्ड का आखिर क्या कर सकता है? इस सवाल का जो जवाब शाहरुख से मिला, वो बेहद चौंकाने वाला था। उसने बताया कि यह सब वह अपने आका के लिए करता है। वह जो भी हिंदू नाम की आईडी तैयार करता है, उसकी सप्लाई श्रीलंका, दिल्ली और हरियाणा (नूंह) में बैठे जालसाज लोगों को की जाती है।
क्या हिंदू लड़कियों को फंसाने के लिए भी जाल बुना गया था
STF इस पॉइंट पर भी जांच कर रही है कि हिंदू नाम की ID का इस्तेमाल कहीं हिंदू लड़कियों को फंसाने के लिए तो नहीं हो रहा था। हालांकि, शाहरुख ने STF को कुछ नाम तो बताए, लेकिन साइबर जालसाजी के लिए ही ID इस्तेमाल होने की बात कही।
प्रभारी यतींद्र शर्मा ने कहा, हमारे पास आगरा और मथुरा में लोगों के साथ धोखाधड़ी कर ATM कार्ड बदलने के इनपुट थे। जांच में पता चला है कि फर्जी दस्तावेज से सिम कार्ड इश्यू कराए जा रहे हैं। बैंक अकाउंट भी फर्जी ID पर खोले जा रहे हैं। इस गैंग को पकड़ने की कोशिश में हमने अछनेरा के रहने वाले शाहरुख को अरेस्ट किया है।
आखिर आगरा मथुरा ही क्यों थे शाहरुख के टारगेट शहर
शाहरुख ने बताया कि आगरा और मथुरा दोनों टूरिज्म वाले शहर हैं। यहां बाहर से काफी लोग आते हैं। उनके साथ चोरी होने पर शिकायत भी कम होती है। इसलिए वह ATM बॉक्स के आस-पास लोगों की मदद करने के नाम पर कार्ड बदल लिया करता था। डिटेल लेकर फर्जी दस्तावेज लगाता और हिंदू नाम के बैंक अकाउंट और फिर उसी के आधार पर सिम कार्ड इश्यू करवा लेता था।
शाहरुख ने पूछताछ में बताया कि एक साल में करीब 200 ID जालसाजों को बेच चुका है। पूरे यूपी में शाहरुख जैसे कितने लोग सक्रिय हैं, इसका सटीक आंकड़ा अभी सामने नहीं आया है। STF टीम अब सिम जिहाद की तह तक पहुंचने की कोशिश कर रही है।
हिंदू नाम के अकाउंट और सिम ही क्यों, शाहरुख ने बताए कारण
1. बैंक आसानी से खाता खोल देता है, जल्दी वैरिफिकेशन नहीं होता।
2. ज्यादा ट्रांजैक्शन होने पर बैंक से इन्क्वायरी नहीं होती है।
3. जालसाजी होने के बाद मुस्लिम कौम के लोग नहीं, बल्कि हिंदू कौम के लोग फंसते हैं।
सिम जिहाद मामले को CM ऑफिस तक पहुंचाएंगे: बजरंग दल
बजरंग दल के प्रांत संयोजक दिग्विजय नाथ तिवारी ने कहा, आगरा में पिछले दिनों पकड़े गए शाहरुख से हिंदू नाम के बड़ी संख्या में ATM, सिम और आधार कार्ड मिले हैं। यह एक गहरी साजिश दिखती है, जो कि एक नए जिहाद यानी ‘सिम जिहाद’ की ओर इशारा कर रहा है। हम हिंदू युवक-युवतियों को लगातार आगाह कर रहे हैं। उनको समझा रहे हैं कि वह अपने पहचान पत्र को किसी भी अनजान व्यक्ति को न दें, जिस दुकान पर दें, उसे कैंसिल करके ही दें। जिससे उसका गलत उपयोग न हो सके। बजरंग दल इस मामले को सीएम ऑफिस तक लेकर जाएगा।
हम नेटवर्क तोड़ने में लगे हैं: STF
STF के एडिशनल SP राकेश यादव ने कहा, शाहरुख ने हिंदू लोगों के फर्जी आधार कार्ड बनवाने की बात कबूली है। वह इसके सहारे से सिम कार्ड और अकाउंट खुलवाता था। मामले की गहनता से जांच की जा रही है।