ऑक्सीजन की मॉनिटरिंग करेगा नया सॉफ्टवेयर, लोकेशन की जाएगी ट्रैक

उत्तर प्रदेश में ऑक्सीजन की कमी को पूरा करने के लिए सरकार की तरफ से प्रयास शुरू कर दिए गए हैं। सरकार की तरफ से लगातार समीक्षा करके मरीजों को राहत देने का प्रयास किया जा रहा है। प्रदेश में कोविड संक्रमण को देखते हुए प्रदेश सरकार द्वारा कोविड संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए सभी व्यवस्थाए और अधिक की जा रही है।
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मुख्यमंत्री ने मरीजों की संख्या में हो रही बढ़ोत्तरी को देखते हुए जिलों में कोविड बेड बढ़ाने का कार्य में निरन्तर जारी रखने का आदेश दिया है। जिलों में 200-200 बेड बढ़ाने की प्रक्रिया की जा रही है। लखनऊ में केजीएमयू, बलरामपुर अस्पताल को पूर्णतया कोविड अस्पताल बनाकर लगभग 05 हजार आईसीयू बेड तक ले जाने का लक्ष्य रखा गया है। प्रदेश में ऑक्सीजन नियंत्रित करने के लिए कन्ट्रोल रूम बनाया गया है। ऑक्सीजन की किसी भी प्रकार की कमी नहीं है, लेकिन ऑक्सीजन की व्यवस्था निरन्तर की जा रही है। एक नया साफ्टवेयर लगाया गया है जिसके माध्यम से अस्पतालों को कब और कैसे कितनी ऑक्सीजन जा रही है। इस साफ्टवेयर के माध्यम से लोकेशन को ट्रैक किया जाएगा। ऐसी स्थिति नहीं आने दी जा रही है कहीं भी ऑक्सीजन की वजह से कहीं किसी मरीज को परेशानाी का सामना करना पड़े। कुछ लोगों द्वारा इसे अफवाह बनाकर सोशल मीडिया पर पैनिक फैलाने की कोशिश की जा रही है।
उत्तर प्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार ने उठाएं ये कदम

सरकार इस पर भी नजर रख रही है। सभी से अपील है कि हर किसी को अलग से ऑक्सीजन की आवश्यकता नहीं होती है। लगभग 95 प्रतिशत से ज्यादा मरीजों को ऑक्सीजन की आवश्यकता नहीं होती है। अनावश्यक रूप से हर आदमी ऑक्सीजन के पीछे न भागे, जिसे डाक्टर ने बताया है उसे ऑक्सीजन की आवश्यकता है, उसे ऑक्सीजन उपलब्ध करायी जाएगी। सीएम ने ये भी निर्देश दिया है कि अगर कोई ऑक्सीजन सिलेंडर लेने जाता है तो, डॉक्टर की पर्ची दिखाने पर ही सिलेंडर दिया जाएगा। सीएम ने बताया कि जो लोग होमआइसोलेशन में रह रहे हैं उनको भी ऑक्सीजन की कोई कठिनाई न आये और उन्हें ऑक्सीजन मिलती रहे। प्रदेश में कैडिला से रेमेडेसिविर के 18,000 इंजेक्शन प्राप्त हो गए हैं कल भी दूसरी कम्पनी से भी रेमडेसिविर के इंजेक्शन प्राप्त हुए थे। प्रदेश में रेमडेसिविर के इंजेक्शन समुचित मात्रा में उपलब्ध है। रेमडेसिविर के भी इंजेक्शन बहुत कम मरीजों को इसकी आवश्यकता पड़ती है। मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिये हैं कि रेमेडेसिवर, जीवन रक्षक दवाओं तथा ऑक्सीजन की कालाबाजारी करने वालों पर गैंगस्टर, एनएसए लगाया जायेगा और ऐसे लोगों की सम्पत्ति भी जब्त की जायेगी।
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