प्रदेश में उद्योगों और उद्यमियों को बढ़ावा दे रही योगी सरकार को उसकी उत्कृष्ठ नीतियों और प्रयासों के लिए लगातार तीसरे साल अचीवर्स स्टेट का दर्जा दिया है। प्रदेश को यह सम्मान लाजिस्टिक्स क्षेत्र में अपना नेत्रत्व साबित करने के लिए मिला है।
नई दिल्ली में शुक्रवार को होने वाले भव्य समारोह में केंद्रीय वाणिज्य एवं उधयोग मंत्री प्रदेश को यह अवार्ड देंगे। इस सम्मान के साथ लाजिस्टिक्स क्षेत्र में उत्तर प्रददेश की रफ्तार महाराष्ट्र, गुजरात, तमिलनाडु जैसे राज्यों से आगे हो गई है।
लाजिस्टिक्स ईज़ एक्रास डिफरेंट स्टेट द्वारा जारी 2024 की रैंकिंग में यूपी को लाजिस्टिक्स सुगमता में अचिवर्स स्टेट का दर्जा दिया गया है। यह लगातार तीसरा वर्ष (2022,2023,2024) है। जब यूपी ने लाजिस्टिक्स और बुनियादी ढांचे के विकास में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए यह प्रतिष्ठित अवार्ड हासिल किया है।
खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों में आत्मनिर्भरता
उत्तर प्रदेश खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों में आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहा है। उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग के अनुसार, राज्य सरकार ने 10,000 स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को कार्यशील पूंजी और छोटे औजारों की खरीद के लिए 30 करोड़ रुपये की धनराशि आवंटित की है। यह राशि राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन और राज्य शहरी आजीविका मिशन के माध्यम से प्रदान की गई है। यह कदम न केवल महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बना रहा है, बल्कि उनकी उद्यमशीलता को भी बढ़ावा दे रहा है।
पीएम एफएमई योजना के तहत एमआईएस वेब पोर्टल पर अब तक 46,897 उद्यमियों का पंजीकरण किया गया है। इनमें से 32,176 आवेदन प्राप्त हुए हैं, इस योजना से यूपी में अब तक लगभग 1,500 करोड़ रुपये का निवेश हो चुका है। यह निवेश ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में रोजगार के नए अवसर पैदा कर रहा है। राज्य सरकार के प्रयासों से लगभग 1 लाख लोगों को रोजगार मिला है, जो प्रदेश की अर्थव्यवस्था को मजबूत बना रहा है।
स्थानीय उत्पादों को वैश्विक पहचान
सीएम योगी स्थानीय उत्पादों को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने का काम कर रहे हैं। खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों में यह पहल इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इन्क्यूबेशन सेंटर और कॉमन फैसिलिटी सेंटर न केवल उत्पादन को बढ़ावा देंगे, बल्कि उत्पादों की गुणवत्ता में सुधार कर उन्हें अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप बनाएंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “आत्मनिर्भर भारत” के विजन को साकार करने में उत्तर प्रदेश अग्रणी भूमिका निभा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रयासों ने प्रदेश को एक ऐसे मॉडल के रूप में प्रस्तुत किया है, जहां स्थानीय संसाधनों का उपयोग कर रोजगार के अवसर पैदा किए जा रहे हैं।