...तो इस साल गर्मी में यूपी में चलेंगी ठंडी हवाएं

इस साल यूपी को गर्मियों में बिजली संकट से राहत मिल सकती है। आने वाले दिनों में प्रदेश को केंद्रीय कोटे से ज्यादा बिजली मिल सकती है। जानकारी के मुताबिक, हरियाणा और राजस्थान समेत कई राज्यों ने केंद्र से अपने कोटे की आवंटित 4300 मेगावाट से ज्यादा बिजली सरेंडर कर दी, जिसके बाद अब इस बिजली का आवंटन नए सिरे से होगा। आवंटन के लिए विद्युत मंत्रालय ने यूपी समेत अन्य राज्यों से प्रस्ताव मांगा है।मंत्रालय की ओर से भेजे पत्र में कहा गया है कि अगर राज्य सरेंडर की गई बिजली को लेने के इच्छुक हों तो बिजली की मात्रा और किस अवधि में लेना चाहते हैं, इसके लिए एक प्रस्ताव भेजें।
राज्य सरकार ने किया है 22-24 घंटे बिजली देने का वादा
इस साल अभी से पारा चढ़ने के कारण मार्च के दूसरे पखवाड़े से ही बिजली की मांग में बढ़ोतरी की संभावना जताई जा रही है। फिलहाल प्रदेश में बिजली की मांग 10,000 से 10,500 मेगावाट के बीच है, लेकिन मार्च में गर्मी बढ़ने से बिजली की मांग में बढ़ोतरी हो सकती है।सरकार ने अक्टूबर से गांवों को 16 घंटे तथा शहरों को 22-24 घंटे बिजली आपूर्ति का ऐलान किया है। ऐसे में अतिरिक्त बिजली का इंतजाम करना कॉर्पोरेशन के सामने बड़ी चुनौती है। केंद्र से बिजली लेने से पहले राज्य सरकार इसकी कीमत और बिजली कंपनियों की हालत पर भी गौर कर रही है।
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