
अगले वित्तीय वर्ष के केंद्रीय बजट से राज्य को 3.86 लाख करोड़ रुपए मिलने का अनुमान है। अगर ऐसा होता है तो पिछली बार की तुलना में इस बार यूपी को 40 हजार करोड़ रुपये ज्यादा मिलेंगे। वहीं केंद्रीय करों में भी पिछली बार की तुलना में यूपी की हिस्सेदारी में 37 हजार करोड़ की बढ़ोतरी होगी। केंद्रीय करों में प्रदेश की हिस्सेदारी बढ्ने के साथ ही केंद्र की योजनाओं से राज्य को ज्यादा धनराशि मिलेगी। यूपी के लोगों को इस बजट में छात्रों, दलित महिलाओं और हेल्थ के मामले में फायदा मिलने जा रहा है। इसके अलावा स्कूलों के लिए भी बजट मिला है।
पिछले वित्त वर्ष में यूपी के लिए 84199 करोड़ रुपए का प्रावधान था लेकिन इस बार इसे बढ़ाकर 90 हजार करोड़ रुपए कर दिया गया है। स्पेशल कैपिटल असिस्टेंस फार स्टेट स्कीम के तहत पिछली बार यूपी को 17,839 करोड़ मिले थे। इस बार करीब 18 हजार करोड़ रुपए मिले हैं यानी इसमें ज्यादा बदलाव नहीं हुई है। इस स्कीम के तहत मिलने वाली राशि पर व्याज नहीं लगता है और इसकी वापसी की सीमा 50 साल होती है।
इस बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘पीएम के इस विजन से देश आत्मनिर्भर और विकसित बनेगा। वंचित को वरीयता, अंत्योदय को प्रमुखता देते इस बजट के साथ देश की अर्थव्यवस्था को और मजबूत बनाने के संकल्प को पूरा करने में भी मदद मिलेगी।’ मुख्यमंत्री ने लोककल्याण को ध्यान में रखकर बजट पेश करने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के प्रति आभार जताया है।