यूपी में प्राइवेट प्रैक्टिस करने वाले सरकारी डॉक्टरों का लाइसेंस होगा रद्द

यूपी के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि ऐसे सरकारी डॉक्टर जो प्राइवेट प्रैक्टिस करते हैं उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। सरकार इस पर नए आदेश जारी कर चुकी है।
विधानसभा में प्रश्नकाल में एक सवाल के जवाब में स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि 2017 में हमने 27 नर्सिंग होम को अनियमितताओं के चलते बंद करवाए थे। सरकार ने तय किया है कि प्राइवेट प्रैक्टिस करने वाले सरकारी डॉक्टर का लाइसेंस तो रद्द होगा ही साथ ही उसके खिलाफ आयकर विभाग जांच भी करेगा। उन्होंने बताया कि प्रदेश में इस समय 11,414 निजी नर्सिंग होम रजिस्टर्ड हैं। सबको सभी विवरण बोर्ड पर डिस्पले करने के भी निर्देश दिए गए हैं।
सिद्धार्थनाथ सिंह ने आगे कहा कि डॉक्टरों की उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए सीएचसी और पीएचसी में भी बॉयोमेट्रिक हाजिरी की व्यवस्था की जाएगी। 36 जिलों में यह काम शुरू कर दिया गया है। जल्द ही पूरे प्रदेश में यह व्यवस्था लागू होगी। सपा के नफीस अहमद के सवाल पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि पूरे प्रदेश में कहीं भी दवाओं की उपलब्धता का संकट नहीं है।
डॉक्टरों की कमी के जवाब में मंत्री ने कहा कि सरकार ने 2500 से ज्यादा डॉक्टरों की कमी को एक साल में पूरा किया है। नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी के सवाल पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री आशुतोष टंडन ने बताया कि गोरखपुर मेडिकल कॉलेज के अंतर्गत बन रहा 500 बेड का अस्पताल फरवरी 2019 तक शुरू करवा दिया जाएगा।
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