
लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा का बजट सत्र 2025 मंगलवार को हंगामे के साथ शुरू हुआ। विपक्षी दलों ने महाकुंभ, बिजली निजीकरण और अंग्रेजी भाषा के मुद्दों पर सरकार को घेरने की कोशिश की, जबकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कड़ा जवाब देते हुए विपक्ष पर तीखे प्रहार किए।
महाकुंभ को लेकर विपक्ष के आरोपों पर योगी का पलटवार
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज महाकुंभ 2025 को लेकर विपक्षी दलों के आरोपों पर जोरदार प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि महाकुंभ सनातन धर्म का सबसे बड़ा आयोजन है, और इसे लेकर राजनीति करना दुर्भाग्यपूर्ण है। योगी ने कहा, “जो लोग आस्था का सम्मान नहीं कर सकते, वे जनता का भी सम्मान नहीं कर सकते। महाकुंभ में 56 करोड़ श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाई, और इसे सफल बनाने में सरकार ने कोई कसर नहीं छोड़ी।”
उन्होंने समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि विपक्ष केवल भ्रम फैलाने का काम कर रहा है। योगी ने तंज कसते हुए कहा, “जो लोग खुद धर्म और संस्कृति को नहीं समझते, वे महाकुंभ पर सवाल उठा रहे हैं।”
भाषा विवाद: हिंदी बनाम अंग्रेजी पर गरमाई राजनीति
बजट सत्र के दौरान समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता माता प्रसाद पांडेय ने विधानसभा की भाषा में अंग्रेजी जोड़े जाने का विरोध किया। उन्होंने कहा कि अंग्रेजी न तो हमारी मातृभाषा है और न ही स्थानीय भाषा। इस पर मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि हिंदी सदन की प्राथमिक भाषा है और इसे कमजोर करने की कोई कोशिश सफल नहीं होगी।
योगी आदित्यनाथ ने कहा, “समाजवादी पार्टी का यही चरित्र है, जो भी अच्छा काम हो, उसका विरोध करना। हिंदी को हटाने की बात कभी नहीं हुई, लेकिन अन्य भाषाओं को स्थान देने में आपत्ति क्यों?”
विपक्ष के हंगामे के बीच वंदे मातरम विवाद
सत्र के दौरान विधायक राकेश प्रताप सिंह ने विधानसभा में वंदे मातरम गाए जाने के दौरान कुछ विधायकों के बैठे रहने पर नाराजगी जताई। संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने इसे निंदनीय बताया और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कदम उठाने की बात कही।
बजट 20 फरवरी को होगा पेश
यूपी सरकार का वार्षिक बजट 2025-26, 20 फरवरी को विधानसभा में पेश किया जाएगा। सत्र 18 फरवरी से 5 मार्च तक चलेगा। सत्र के पहले दो दिन हंगामेदार रहे, और आगे भी बिजली निजीकरण सहित कई मुद्दों पर तीखी बहस होने की संभावना है।
विपक्ष के प्रदर्शन और हथकड़ी पहनकर विरोध
समाजवादी पार्टी के विधायकों ने बजट सत्र से पहले चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के पास सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। अमेरिका से भारतीयों को हथकड़ियों में भेजे जाने के विरोध में विधायक अतुल प्रधान खुद हथकड़ी पहनकर धरने पर बैठे। वहीं, एसपी विधायकों ने ‘नैतिकता का अस्थि कलश’ लेकर कुंभ में मौतों के आंकड़े छिपाने का आरोप लगाया।
यूपी विधानसभा बजट सत्र 2025 के पहले दो दिन महाकुंभ, भाषा विवाद और विपक्ष के हंगामे के बीच बीते। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हर मुद्दे पर विपक्ष को करारा जवाब दिया, वहीं विपक्ष ने अपनी रणनीति तेज कर दी है। आगामी दिनों में बजट सत्र और भी गरमाने की संभावना है।