सब्जियों में भारी मात्रा में रासायनिक का प्रयोग सेहत के लिए नुकसान देय है। इससे जानने के बाद रसायन रहित जैविक विधि से तैयार सब्जी, फल आदि की मांग बढ़ी है। दूसरी तरफ बाज़ार में आर्गेनिक सब्जियों के नाम पर सामान्य सब्जियों को शामिल कर थमा देते है। लोगों की इस समस्या के बीच उन्नाव जिला स्थित रौतापुर के किसान अरविंद राजपूत ने अवसर तलाश कर लिया है।
जैविक विधि से सब्जियों की खेती करने वाले किसान ने लोगों को ताजी और रसायनिक व कीटनाशक रहित सब्जी पहुंचाने के लिए व्हाट्सएप्प बिजनेस की मदद ली और जैविक सब्जी वाला नाम से अपना अकाउंट बनाया। जिसके माध्यम से वह लोगों को उनकी मन माफिक सब्जी उपलब्ध कराएगा। अरविंद ने इसे अवसर के रूप में लिया है। जिला कृषि अधिकारी शशांक चौधरी से तकनीकी मदद लेकर व्हाट्सएप्प बिजनेस पर अपना जैविक सब्जी वाला नाम से अकाउंट बनाया। इसके बाद उस पर विभिन्न प्रकार की मौसमी सब्जियों की फोटो अपलोड करते हुए उनकी कीमत प्रति किलो और उपलब्धता का विवरण लिखा। अरविंद ने बताया कि अपने इस अकाउंट का लिंक कृषि विभाग व अन्य लोगों की मदद से विभिन्न व्हाट्सएप्प पर प्रचारित कर रहे हैं। ताकि लोग उससे जुड़ें और उस लिंक पर जाकर जैविक सब्जी मंडी पर अपनी पसंद कि सब्जी खरीद सकें।
आस-पास के 50 से अधिक किसानों से लेंगे सब्जी
अरविंद के अनुसार आस-पास के करीब 50 से अधिक किसान भी इसी विधि से अब सब्जी उत्पादन करने लगे हैं। उन्हें भी इसका लाभ मिलेगा और बिना कहीं जाए खेत से ही उनकी सब्जी बिक जाएगी इसलिए इन्हें भी इस मंडी से जोड़ा गया है।
व्हाट्सएप्प सब्जी मंडी में मिल रही यह सब्जियाँ
ऑनलाइन व्हाट्सएप्प सब्जी मंडी में तरोई, हरसिंगार का फूल, लौकी, कद्दू, मूँगफली, करेला, टमाटर, हरी मिर्च, हरा धनिया, पालक, मूली, सोया मेथी, खरबूज, तरबूज, देसी खीरा, ककड़ी, आलू, सफ़ेद अमरूद, आम, जामुन, सरसों का तेल, शहद, देसी घी गाय का, नींबू के अलावा वर्मी कम्पोस्ट भी उपलब्ध होगी।
समय से होगी आर्डर की डिलिवरी
अरविंद ने बताया कि पर्याप्त आर्डर मिले और अधिक से अधिक किसानों को इसका लाभ मिल सके इसके लिए रौतापुर नेचर फ़ार्मिंग प्रोड्यूसर कंपनी नाम के एफपीओ से जुड़कर लोगों को सब्जी कि डिलेवरी की जाएगी। पर्याप्त आर्डर मिलने पर ऑनलाइन फूड डिलेवरी की तरफ काम करने वाले कंपनियों की तरह ही गांव के बेरोजगार युवाओं को भी रोजगार मिलेगा।