
उप्र माध्यमिक शिक्षा परिषद की बोर्ड परीक्षा में नकल व किसी प्रकार का हेरफेर रोकने के लिए इस बार उत्तर पुस्तिकाओं में बदलाव किया गया है। कॉपी के पेज में परिषद का मोनोग्राम भी बनाया गया है। शासन ने इस बार हाईस्कूल की कॉपी गुलाबी और इंटर की कॉपी भूरे रंग की कर दी है। उप्र माध्यमिक शिक्षा परिषद ने नकल रोकने के लिए विशेष इंतजाम किए हैं। कॉपियों के रंग में बदलाव व सीरियल नंबर दिया गया है। हाईस्कूल की कॉपी के पेज तीन और इंटर के पेज 10 पर परिषद का मोनोग्राम बना हुआ है। ताकि कॉपियों में कोई हेराफेरी न हो सके।
माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की परीक्षाएं 24 फरवरी से 12 मार्च तक होंगी। इस बार परीक्षा को लेकर परिषद ने शुचिता का विशेष ध्यान रखा है। जिसमें आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस का प्रयोग, इन्टरनेट मीडिया पर भी निगरानी, जीरो फेसिंग व सीसी आदि का बंदोबस्त के अलावा उत्तर पुस्तिकाओं पर ही विशेष कम किया गया है।
वहीं उत्तर पुस्तिकाओं की विशिष्ट पहचान के लिए भी परिषद ने काम किया है। हाईस्कूल व इंटर की कॉपियों में जहां अलग-अलग पेज पर मोनोग्राम छापा गया है। वहीं रंगों का निर्धारण भी पहली बार हुआ है। कॉपियों पर सीरियल नंबर भी डाले गए हैं। जिससे उत्तर पुस्तिकाओं की क्रमवार गिनती व निगरानी भी आसानी से हो सके। शिक्षा परिषद की हाईस्कूल व इंटर परीक्षा के लिए कवायद तेज है।
यूपी बोर्ड के सचिव भगवती सिंह ने विज्ञत्ति जारी कर कहा है कि कुछ सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ऐसी खबरें फैलाई जा रही हैं कि नकल करने वाले छात्रों पर आर्थिक जुर्माना लगाया जाएगा और उन्हें जेल भेजा जाएगा। उन्होंने ऐसी खबरों का खंडन करते हुए कहा कि यूपी बोर्ड परीक्षाओं पर उत्तर प्रदेश सार्वजनिक परीक्षा अनुचित साधनों का निवारण अधिनियम 2024 के प्रावधान लागू नहीं होते हैं। अनुचित साधनों या फिर नकल के बाद भी परीक्षार्थियों पर आर्थिक जुर्माना और जेल भेजने की कार्रवाई नहीं होगी। यूपी बोर्ड सचिव ने कहा है कि ऐसी किसी भ्रामक सूचनाओं का कतई संज्ञान ना लें। भ्रामक सूचनाएं प्रसारित करने वालों के खिलाफ विधिक कार्रवाई की जाएगी।