उत्तर प्रदेश में विकास की नई इबादत लिखने की तैयारी

उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार विकास की नई इबादत लिखने की तैयारी कर चुकी है। प्रदेश की तस्वीर बदलने व युवाओं को रोजगार दिलाने के लिए प्रतिबद्ध भाजपा सरकार राजधानी में 21 व 22 फरवरी को इन्वेस्टर्स समिट के माध्यम से ऐसा आयोजन कराने जा रही है, जो वास्तव में प्रदेश की एक तस्वीर बदलने का काम करेगा। राज्य में निवेश की बड़ी इबारत लिखने में भी सफल होगा। इसके माध्यम से सरकार ग्रेटर नोएडा को इलेक्ट्रॉनिक हब बनाने की तैयारी में है, तो गांव-गांव में खादी पहुंचाने के लिए उसे स्वरोजगार से जोड़ने की योजना है। यही नहीं बुंदेलखंड की बंजर भूमि पर हरियाली लाने के कान्ट्रैक्ट फार्मिंग की नींव डालने जा रही है। उत्तर प्रदेश जिस तरीके से इसको लेकर उत्साहित है उससे यह उम्मीद है कि उत्तर प्रदेश में एक नया औद्योगिक परिदृश्य जल्द ही देखने को मिलेगा और इससे बेरोजगारी की समस्या भी प्रदेश से काफी हद तक दूर हो सकेगी।
प्रधानमंत्री करेंगे इन्वेस्टर्स समिट का उद्घाटन
21 व 22 फरवरी को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित होने जा रहा उत्तर प्रदेश इन्वेस्टर्स समिट राज्य सरकार की प्रतिष्ठा से जुड़ गया है। इस समिट में लगभग 5000 प्रतिभागियों के भाग लेने की सम्भावना है जिनमें 500 विदेशी, 1500 देश के अन्य राज्यों से तथा 1500 प्रदेश के प्रतिनिधि शामिल होंगे। समिट का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करेंगे। समिट को आईटी इलेक्ट्रानिक, सिविल उड्डयन, एमएसएमई, पर्यटन, नवीकरणीय ऊर्जा, फिल्म, डेयरी तथा कृषि एवं खाद्य प्रसंस्करण को फोकस सेन्टर के रूप में रखा गया हैं। समिट के दौरान 14 सेशन आयोजित किये जायेंगे। समिट के दौरान एक लाख करोड़ रूपये के निवेश जुटाने का लक्ष्य है जिसके लिये विभागवार लक्ष्यों का निर्धारण कर संबंधित प्रमुख सचिव, सचिवों को अवगत करा दिया गया है तथा इसकी मॉनिटरिंग की जा रही है। समिट में नीदरलैंड, मॉरिशस तथा फिनलैण्ड ने कन्ट्री पार्टनर के रूप में भाग लेने की सहमति दे दी है। साथ ही जापान, साउथ कोरिया, ताइवान, यूएसए, साउथ अफ्रीका, यूके, जर्मनी, थाईलैण्ड, इजरायल, मॉरिशस, यूएई, चेक गणराज्य तथा बेल्जियम देश और एशियाई देशों के निवेशकों को भी बुलाया जा रहा है।
एक वर्ष में 5 लाख युवाओं को मुहैया होगा रोजगार
यूपी में निवेश से और सरकार इसको सफल बनाने के लिए दिन-रात एक किए हुए है। इन्वेस्टर्स समिट के लिए प्रदेश सरकार ने नई दिल्ली, बैंगलोर, हैदराबाद, अहमदाबाद, मुम्बई और कोलकाता में रोड शो आयोजित किये गये। रोड शो के माध्यम से सरकार ने रिलायन्स इण्डस्ट्रीज के मुकेश अंबानी, टाटा ट्रस्टस् के रतन टाटा, टाटा ग्रुप के एन चंद्रशेखरन, महेन्द्रा एण्ड महेन्द्रा ग्रुप के पवन गोयनका, एस्सेल ग्रुप के सुभाष चंद्रा, हिन्दुजा ग्रुप के अशोक हिन्दुजा, एचडीएफसी लिमिटेड के दीपक पारेख, बजाज इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड के शेखर बजाज, बायोकान की सीईओ किरन मजूमदार, अरविंद ग्रुप के अरविन्द लालभाई, टॉरेण्ट ग्रुप के सुधीर मेहता, अजंता फार्मा के मधुसूदन अग्रवाल, जीवीके ग्रुप के मालिक प्रसन्ना रेड्डी सहित देश के बड़े उद्योगपतियों को प्रदेश में निवेश करने के लिए कहा है। समिट को सफल बनाने के लिए सरकार की तरफ से देश से लेकर विदेश तक के निवेशकों को बुलाया है। ताकि वह लोग उत्तर प्रदेश में आकर निवेश करें। यूपी में जब निवेश होगा तो उत्तर प्रदेश के युवाओं को रोजगार भी मिलेगा। और सरकार युवाओं को रोजगार देने के लिए प्रतिबद्ध है। इसके माध्यम से सरकार का लक्ष्य एक वर्ष में पांच लाख युवाओं को रोजगार मुहैया कराना। पांच साल में पांच लाख करोड़ रुपये के निवेश और 20 लाख लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार देने का है।
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