
महाकुंभ में श्रद्धालुओं की भरी भीड़ को देखते हुए प्रयागराज में 24 फरवरी सोमवार को होने वाली यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटर की परीक्षा को ताल दिया गया है। प्रयागराज जिले में इस परीक्षा के लिए कुल 2,02,000 परीक्षार्थी पंजीकृत हैं, जिनमें 93,000 हाईस्कूल और 1,09,000 इंटरमीडिएट के छात्र शामिल हैं। परीक्षा के लिए जिले में 335 केंद्र बनाए गए हैं। अब यह परीक्षा नौ मार्च रविवार को आयोजित की जाएगी।
यूपी की शिक्षा मंत्री गुलाब देवी ने इस बात की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 26 को महाकुंभ में महाशिवरात्री स्नान की भीड़ के मद्देनजर परीक्षा को रद्द करने का फैसला किया गया है, जिससे छात्रों को किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े।
24 फरवरी सोमवार को पहली पाली में सुबह 8:30 बजे से सुबह 11:45 बजे तक हाईस्कूल की हिंदी, प्रारंभिक हिंदी की और इंटरमीडिएट की सैन्य विज्ञान की परीक्षा थी। वहीं दूसरी पाली में दोपहर दो बजे से शाम 5:15 बजे तक हाईस्कूल के छात्रों की हेल्थ केयर व इंटरमीडिएट के छात्रों की हिंदी और प्रारंभिक हिंदी की परीक्षा थी।
शिक्षा मंत्री ने बताया आईपीसी के तहत अगर किसी को परीक्षा कराने का काम सौंपा गया है और वह उसका पालन नहीं करता है तो अधिकतम सात साल की कैद और जुर्माने का प्रावधान किया गया है। साथ ही अगर कोई व्यक्ति परीक्षा कराने की जिम्मेदारी वाले व्यक्ति पर दबाव बनाने या धमकाने की कोशिश करता है, तो उसे 10 साल की कैद और 10 लाख रुपये का जुर्माना हो सकता है।
बोर्ड के अनुसार, उत्तर प्रदेश सरकार का प्रयास है कि परीक्षा को पूरी तरह नकलमुक्त और निष्पक्ष तरीके से संपन्न कराया जाए, जिसके लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। यूपी बोर्ड परीक्षा 24 फरवरी से 12 मार्च तक आयोजित की जाएगी, लेकिन महाकुंभ में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए प्रयागराज में 24 फरवरी को होने वाली परीक्षा स्थगित कर दी गई है। यह परीक्षा अब 12 मार्च के बाद आयोजित की जाएगी। परीक्षा केंद्रों के साथ-साथ स्ट्रॉन्ग रूम की निगरानी के लिए भी मंडल स्तर पर अधिकारियों की नियुक्ति की गई है, जिससे प्रश्नपत्रों और गोपनीय दस्तावेजों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।