रेल मंत्री का सपना हुआ पूरा! अब 12 घंटे से कम समय में Delhi 2 Mumbai

कुछ दिनों पहले ही रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने कहा था कि वो चाहते हैं देश के किसी भी कोने में कहीं से भी जाने के लिए 12 घंटे से ज्यादा का समय नहीं लगना चाहिए। प्रभु का यह सपना कम से कम दिल्ली और मुंबई के बीच तो पूरा होता दिख रहा है। अभी तक दिल्ली से मुंबई ट्रेन से जाने में करीब 16 घंटे लगते हैं, जो राजधानी ट्रेन से तय की जाती है। अब आपको बता दें भारतीय रेल ने देश में अब तक की सबसे फास्ट ट्रेन का सफल परीक्षण कर लिया है।
टैल्गो ने लिया 12 घंटे से कम का समय
दिल्ली से मुंबई के बीच सुपरफास्ट टैल्गो हाईस्पीड ट्रेन का अंतिम ट्रायल 12 घंटे से भी कम समय में पूरा हो गया है। इस ट्रेन का निर्माण स्पेन की तकनीक से किया गया है। रेल मंत्रालय के मुताबिक इस ट्रेन ने दिल्ली से मुंबई तक का सफर 11 घंटे और 42 मिनट में पूरा किया।
रेलवे मंत्रालय ने ट्वीट कर टैल्गो ट्रेन के सफल ट्रायल की खबर साझा करते हुए कहा, 'भारतीय रेलवे ने अर्ध उच्चगति की ट्रेनों के सपनों को बढ़ावा देने के मद्देनजर टैल्गो ट्रेन ने 12 घंटे से भी कम समय में दिल्ली-मुंबई राजधानी मार्ग ट्रायल पूरा कर लिया है।'
रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने रेलवे टीम को बधाई देते हुए कहा, 'हमारी टीम की बड़ी उपलब्धि। हम नए तरीकों का इस्तेमाल कर स्पीड बढ़ाने और यात्रा में लगने वाले समय को कम करने की दिशा में काम कर रहे हैं।'
टैल्गो की खासियत
1- भारतीय कोचों में पहियों के बीच कमानी और सामान्य शॉकर होते हैं, जबकि टैल्गो कोच में शॉकर में हाइड्रॉलिक पावर होने के कारण तेज स्पीड में भी न तो झटके लगते हैं, न वाइब्रेशन होता है।
2- डिस्क ब्रेक होने से तुरंत रोकने पर भी ट्रेन बिना झटके के रुक जाती है।
3- वैक्यूम टॉयलेट हैं, चेयर कार में 36 और एग्जीक्यूटिव में 27 सीटें हैं।
4- दोनों सीटों के बीच लेग स्पेस भारतीय ट्रेनों की तुलना में तीन इंच ज्यादा है।
5- 4 सीटों के बीच में एक एलईडी टीवी लगी है। सुनने के लिए हर सीट पर इयरफोन प्लग है।
6- हाईस्पीड टैल्गो ट्रेन को किसी कर्व पर दूसरी ट्रेनों की तरह रफ्तार कम करने की जरूरत नहीं होगी।
7- ऐसा इसलिए पॉसिबल होगा, क्योंकि इसके कोच में सिर्फ 2 ही व्हील हैं, जबकि भारतीय ट्रेनों में एक कोच में 8 व्हील होते हैं।
8- व्हील के बीच कोई एक्सल नहीं है। टैल्गो के हर व्हील में इंडिविजुअल पावरिंग सिस्टम है, ऐसे में प्रत्येक व्हील को रोकने और घुमाने में आसानी होती है।
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