राम नवमी के त्योहार को लेकर पूरे देश में उमंग है, ये साल इसलिए भी खास है क्योंकि अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के बाद ये पहली रामनवमी है। पूरी अयोध्या नगरी इस खास दिन के लिए खूबसूरती से सजकर तैयार है। ऐसे में रामनवमी के खास मौके पर आज दोपहर 12:16 बजे श्री रामलला का खास तौर से सूर्य तिलक होगा, जिस वक्त करीब 3 मिनट के लिए सूर्य की किरणें सीधा प्रभु श्री राम के मस्तक पर पड़ेंगी। बताया जा रहा है कि ये सूर्य तिलक अब से हर साल रामनवमी के मौके पर खास तौर से रामलला पर किया जाएगा। श्री रामजन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट ने ये जानकारी दी है कि सूर्य तिलक के दौरान भक्तों को राम मंदिर के अंदर जाने की अनुमति दी जाएगी। इस खास अवसर का हिस्सा बनने के लिए करीब 25 लाख से अधिक श्रद्धालु अयोध्या धाम में जुटे हैं।
वैज्ञानिक डॉ पाणिग्रही ने बताया कि सूर्य तिलक परियोजना के तहत हर साल चैत्र माह में श्री रामनवमी पर दोपहर 12 बजे से भगवान राम के मस्तक पर सूर्य की रोशनी से तिलक किया जाएगा। हर साल इस दिन आकाश पर सूर्य की स्थिति बदलती है। उन्होंने कहा कि विस्तृत गणना से पता चलता है कि श्री रामनवमी की तिथि हर 19 साल में दोहरायी जाती है। वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर)-केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान (सीबीआरआई), रुड़की के एक वरिष्ठ वैज्ञानिक के अनुसार, नियोजित तिलक का आकार 58 मिमी है। उन्होंने बताया कि रामलला के मस्तक के केंद्र पर तिलक लगाने की सही अवधि लगभग तीन से साढ़े तीन मिनट है, जिसमें दो मिनट पूर्ण रोशनी होती है।