उप्र राज्य मुक्त विध्यालय परिषद के नाम से फर्जी परिषद और वेबसाइट बनाकर हाईस्कूल व इंटर्मीडिएट के अंकपत्र प्रमाणपत्र कि चाह रखने वालों के साथ धोका किया जा रहा है। फर्जीवाड़ा करने वालों ने वेबसाइट बनाने में उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की वेबसाइट की नकल की है ताकि फर्जी होने का भ्रम न हो। माध्यमिक शिक्षा परिषद की वेबसाइट पर मुख्यमंत्री, राज्य मंत्री, माध्यमिक शिक्षा गुलाब देवी, अपर मुख्य सचिव, महानिदेशक स्कूल शिक्षा और माध्यमिक शिक्षा निदेशक की जो फोटो लगी है वैसी ही फोटो फर्जी वेबसाइट पर भी है।
मुक्त विध्यालय परिषद की फर्जी वेबसाइट पर लगाई गई फोटो के नीचे सिर्फ अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार के पद नाम में अंतर है। फर्जी वेबसाइट पर लिखा है दीपक कुमार आईएएस, प्रमुख सचिव मध्यमिक शिक्षा जब की फर्जी माध्यमिक शिक्षा की वेबसाइट पर उनका पदनाम आईएएस अपर मुख्य सचिव माध्यमिक शिक्षा लिखा है। फर्जी वेबसाइट पर प्रयुक्त लोगों को भी माध्यमिक शिक्षा परिषद की वेबसाइट से कॉपी किया गया है।
दोनों का आकार एक जैसा है सिर्फ शब्द बदले हुए हैं। फर्जी परिषद गठित करने वाले जालसाजों ने वर्ष 2023-24 की 10वीं और 12वीं की परीक्षा का कार्यक्रम भी वेबसाइट पर जारी किया है। कार्यक्रम के अनुसार हाईस्कूल और इंटरमिडिएट की परीक्षा एक साथ 8 अप्रेल 2024 से शुरू होकर 6 मई को सम्पन्न हुई। इसी अनुरूप रजिस्ट्रेशन कराने वालों की परीक्षा वर्ष अप्रेल 2024 का अंकपत्र परीक्षा नियंत्रक की ओर से जारी किया गया है। इस फर्जीवाड़े की शिकायत फर्जी अंकपत्रों के साथ पत्राचार शिक्षा संस्थान में एक महीना पहले किए जाने के बावजूद अधिकारी चुप हैं। अपर शिक्षा निदेशक अजय दिवेदी ने शुक्रवार को बताया था कि फर्जी राज्य मुक्त विध्यालय परिषद व अंकपत्र दिये जाने कि जानकारी नहीं है।