फ्लेक्सी फेयर में कमी के बाद अब रेलवे ने आरएसी सीटों की संख्या बढ़ाई

अगली बार आप रेलवे से यात्रा करने के लिए टिकट खरीदने गए और आपको आरएसी (RAC) टिकट मिलता है तो हो सकता है आपका टिकट चार्ट बनने के बाद भी RAC ही रह जाय! हालांकि ऐसा जरूरी नहीं है, लेकिन रेलवे के नए इस नियम से ज्यादा से ज्यादा लोगों को ट्रेन में सीट मिलेगी।
स्लीपर में 14 लोगों को RAC टिकट
खबरों की माने तो, स्लीपर कोच में वर्तमान में खिड़की की ओर वाली पांच लोवर बर्थ आरएसी यात्रियों के लिए आवंटित हैं जिन पर दस यात्रियों को यात्रा करने की सुविधा मिलती है। जबकि नए संशोधन के बाद आरएसी यात्रियों के लिए बर्थों में कोई बढ़ोतरी तो नहीं की गई है, बल्कि दो साइड लोवर बर्थ उनके लिए और आवंटित की गई हैं, जिन पर चार लोग यात्रा कर सकते हैं। इसके बाद एक कोच में 14 यात्रियों को कन्फर्म सीट दी जाएगी।
थर्ड एसी में 8 लोगों को RAC टिकट
इसी तरह थर्ड एसी में अब तक दो साइड लोवर बर्थ पर ही आरएसी यात्रियों को आवंटित होती है, जिन पर पर चार लोग यात्रा करते हैं। जबकि नए नियम के बाद आवंटित साइड बर्थों की संख्या दो और बढ़ गई है, मतलब अब चार अतिरिक्त आरएसी यात्रियों को बैठने की सुविधा मिलेगी। इस तरह कुल लोवर साइड की संख्या चार हुई जिन पर आठ आरएसी लोग यात्रा कर पाएंगे। जबकि सेकंड एसी केबिन में दो लोवर बर्थ आर एसी यात्रियों के लिए आवंटित हैं, जिन पर चार लोग यात्रा करते हैं। यहां संशोधन के बाद अब एक लोवर बर्थ आरएसी यात्री के लिए आवंटित होगी जिस पर दो लोग यात्रा करेंगे। यह नियम 16 जनवरी से लागू होगा।
फलेक्सी किराए में भी छूट
आपको बता दें, इससे पहले रेलवे ने शताब्दी, दुरंतो में चार्ट बनने के बाद खाली सीटों के टिकट लेने पर 10 फीसदी की छूट दी है। अब राजधानी, शताब्दी और दुरंतो में चार्ट बनने के बाद खाली सीटों को कम कीमत पर बेचा जाएगा। खाली सीटों में अंतिम कीमत से 10 फीसद की छूट मिलेगी। यानि करेंट बुकिंग में टिकट को सस्ता किया जाएगा। खाली सीटों को देखते हुए रेलवे ने दो शताब्दी ट्रेनों के किराये में भी कमी की है। कम किराया दिल्ली-अजमेर शताब्दी और मैसूर-चेन्नई सेंट्र्ल शताब्दी में होगा। 20 दिसंबर 2016 यानि मंगलवार से नया किराया लागू होगा।
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