कालेधन वाले होंगे कंगाल, मोदी सरकार ने बंद किए 500 और 1000 रुपये के नोट

ये है मोदी सरकार का फैसला
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को संबोधित करते कुछ गंभीर मुद्दों पर हुए कहा कि लगातार दो साल के देशव्यापी अकाल के बावजूद भी पिछले ढाई साल में आप सब सवा सौ करोड़ देशवासियों के संदर्भ में कहना चाहूंगा कि हमने चमकते सितारे के रूप में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है। पीएम ने कहा कि हमने काले धन के चोरों के लिए दरवाजे बंद कर दिए हैं।
500 और 1000 के नोट बंद, आगे क्या होगा? हर सवाल का जवाब है यहां...
500 और 1000 के नोट नहीं चलेंगे
आज मध्यरात्रि यानी 8 नवंबर 2016 की रात 12 बजे से वर्तमान में जारी 500 रुपए और एक हजार रुपए के करंसी नोट लीगल टेंडर नहीं रहेंगे। यानी ये मुद्राएं कानून अमान्य होंगी। भ्रष्टाचार, कालेधन और जाली नोट के कारोबार में लिप्ट देशविरोधी और समाजविरोधी तत्वों के पास मौजूद हजार और पांच सौ रुपए के नोट कागज के एक टुकड़े के समान रह जाएंगे। ऐसे नागरिक जो संपत्ति मेहनत और ईमानदारी से कमा रहे हैं, उनके हितों और हक की पूरी रक्षा की जाएगी। 100, 50, 20, 10, 5, 2, 1 रुपए के नोट और सिक्कों पर कोई रोक नहीं है।
अब 500 और 2000 के ऐसे नोट आएंगे

क्या होगा इन पुराने नोटों का?
पीएम मोदी ने कहा कि जिनके पास 500 और 1000 रुपये के नोट हैं वो 10 नवंबर से 30 दिसंबर तक बैंक और प्रमुख डाकघरों में जमा कराकर उसके बदले में वैध रकम ले सकते हैं। इसके लिए लोगों को बैंक में पैन कार्ड और पहचान पत्र दिखाने होंगे।
इसके साथ ही पीएम ने ऐलान किया कि 9 और 10 नवंबर को ATM काम नहीं करेंगे। 11 नवंबर की रात से 12 बजे तक नागरिकों के लिए कुछ विशेष व्यवस्था की गई है। पीएम ने कहा कि 11 नवंबर की रात्रि 12 बजे तक सभी सरकारी अस्पतालों में पुराने 500 के नोट भुगतान के लिए स्वीकार किए जाएंगे। इसी तरह 72 घंटों तक रेलवे के टिकट बुकिंग काउंटर, सरकारी बसों के टिकट बुकिंग काउंटर और हवाई अड्डों पर भी केवल टिकट खरीदने के लिए पुराने नोट मान्य होंगे। उन्होंने कहा कि आपकी धनराशि आपकी ही रहेगी, आपको कोई चिंता करने की जरूरत नहीं है।
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