मंगलवार को ओमप्रकाश राजभर गाजीपुर में निजी कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत की। मीडिया ने उनसे केंद्रीय बजट के साथ ही अन्य विषयों पर भी सवाल किया। एक सवाल के उत्तर में ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि कांवड़ मार्ग के समीप की दुकानों के सामने नेमप्लेट लगाने का नियम अखिलेश यादव को नहीं भूलना चाहिए कि यह नियम मुलायम सिंह यादव की सरकार के दौरान बनाया गया था। योगी सरकार ने महज इसे लागू किया है। विरोध करने के क्रम में अखिलेश यादव कांग्रेस के साथ मिलकर इस कानून का विरोध कर रहे हैं। वहीं अखिलेश यादव यह भी भूल जा रहे हैं कि वह अपने पिता के ही बनाये कानून का ही अंततः विरोध कर रहे हैं।
राजभर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार गरीबों के इलाज के लिए आयुष्मान कार्ड की सुविधा दे रही हैं। इस कार्ड के माध्यम से 5 लाख रुपये तक का इलाज लोगों का किया जा रहा है। यह काम पिछली सरकारें भी कर सकती थी लेकिन उन्होंने नहीं किया। किसान सम्मान निधि भी दे सकते थे। लेकिन नहीं दिए। महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण दे सकते थे, लेकिन नहीं दे पाए। वहीं, एनडीए सरकार ने इसे लोकसभा और राज्यसभा से पास कराकर दिखा दिया। मीडिया की ओर से पूछे जाने पर कि मंगलवार को पेश बजट पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी। ओम प्रकाश राजभर ने बताया कि केंद्र सरकार कि ओर से से पेश बजट समाज के सभी वर्गों के लिए हितकारी है।
संविदा और आउटसोर्सिंग में आरक्षण को लेकर वायरल हो रही केशव प्रसाद मौर्य की चिट्ठी पर भी मीडिया से राजभर से सवाल किया। उन्होंने कहा कि संविदा और आउटसोर्सिंग की व्यवस्था बसपा ने लाया। उसमें व्यवस्था हुई थी कि 22.5% अनुसूचित जाति को 27% पिछड़ा वर्ग आरक्षण होगा। इसे समाजवादी पार्टी की सरकार ने रोका था। हमारी सरकार आरक्षण के पक्षधर है। इसके लिए राजभर ने कहा कि वह सीएम योगी से मिलेंगे और बात रखेंगे।