पीएम मोदी ने बताया, क्यों बदले जा रहे थे बार-बार नियम

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंडिया टुडे पत्रिका को दिए एक एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में नोटबंदी को अर्थव्यस्था की बेहतरी के लिए उठाया गया सख्त लेकिन जरूरी फैसला बताया है। पीएम मोदी ने कहा कि नोटबंदी भ्रष्टाचार कालेधन और जाली नोटों के काले कारोबार पर सीधा प्रहार है। पीएम मोदी ने पूर्व पीएम मनमोहन सिंह को भी आड़े हाथों लिया।
पीएम ने कहा कि यह बहुत ही दिलचस्प है कि यह ऐसे नेता ने कहा है, जो पिछले 45 साल तक भारत की अर्थव्यवस्था से सीधे जुड़ा रहा। पीएम ने कहा कि मनमोहन मुख्य आर्थिक सलाहकार, डीईए सेक्रेटरी, रिजर्व बैंक के गवर्नर, योजना आयोग के वाइस प्रेसिडेंट, वित्त मंत्री और पीएम तक रहे हैं, लेकिन भारत की गरीबी मिटाने में उन्होंने क्या किया, यह वह भी अच्छे से जानते हैं। पीएम मोदी ने कहा कि इतने साल वह अहम पदों पर रहे, लेकिन देश के गरीबों की हालत में जरा भी सुधार नहीं आया।
पीएम मोदी ने कहा कि नोटबंदी का फैसला 40 साल पहले ही ले लिया जाना चाहिए था। मोदी ने कहा कि यह देशहित में लिया गया ऐसा पहला फैसला है, जिससे भ्रष्ट लोग अपना काला धन बाहर लाने के लिए मजबूर हो गए हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार किसी को भी नहीं बख्श रही है, फिर वह नेता हो, नौकरशाह हो, कारोबारी हो या कोई और।
नोटबंदी पर विपक्ष के हल्लाबोल और आरोपों को खारिज करते हुए पीएम ने कहा, 'विपक्ष की आलोचना में खुद ही विरोधाभास है। एक तरफ वे कहते हैं कि काला धन कैश में न होकर किसी दूसरे रूप में है और फिर कहते हैं कि नए नोटों के जरिए काला धन फिर से जमा किया जा रहा है। मुझे खुशी है कि विपक्ष कम से कम मान रहा है कि देश में कैश के रूप में भी काला धन मौजूद है।'
पीएम मोदी ने बताया कि सरकारी आंकड़े कह रहे हैं कि नोटबंदी के बाद से बैंकों में खासी तादाद में पैसे जमा हुए हैं, जिससे अर्थव्यवस्था मजबूत हुई है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि नोटबंदी का फैसला झटपट फायदे के लिए नहीं लिया गया है, न ही इससे वह कोई सियासी फायदा उठाने की जुगत में हैं। पीएम मोदी ने कहा कि लंबे समय तक आमूल-चूल परिवर्तन के लिए केंद्र सरकार ने यह बड़ा और साहसिक फैसला लिया है।
पीएम पर विपक्ष लगातार सवाल उठाता रहा है कि नोटबंदी का फैसला हड़बड़ी में बगैर पुख्ता तैयारी के ही ले लिया गया था। इस पर पीएम ने कहा कि तिकड़मबाज और भ्रष्ट लोग बच निकलने के रास्ते निकाल रहे थे और सरकार उन रास्तों को बंद करने के लिए नियमों में बदलाव कर रही थी। पीएम मोदी ने ऐसे लोगों को लेकर एक पुरानी कहावत का जिक्र किया, 'तू डाल-डाल मैं पात-पात।'
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