महाकुंभ 2025 के लिए लाखों तीर्थयात्री प्रयागराज आने की तैयारी कर रहे हैं। इस विशाल मेले में ठहरने के लिए कई श्रद्धालु ऑनलाइन कॉटेज बुकिंग का सहारा ले रहे हैं। लेकिन यहां सावधान रहना बेहद जरूरी है, क्योंकि साइबर अपराधी फर्जी वेबसाइट्स बनाकर भोले-भाले तीर्थयात्रियों को ठगने में लगे हैं।
कैसे हो रही है ठगी?
साइबर अपराधियों ने फर्जी वेबसाइट्स तैयार कर ली हैं, जो दिखने में असली जैसी लगती हैं। इन साइट्स पर कॉटेज बुकिंग के नाम पर लोगों से पैसे लिए जा रहे हैं, लेकिन बुकिंग की कोई पुष्टि नहीं होती। अपराधियों ने फर्जी हेल्पलाइन नंबर और ईमेल भी जारी किए हैं, ताकि यात्रियों को विश्वास दिलाया जा सके।
पुलिस की जांच के अनुसार, इन फर्जी साइट्स पर 24 घंटे के लिए दो से दस हजार रुपए तक की बुकिंग की पेशकश की जा रही है। फर्जी साइट्स के माध्यम से तीर्थयात्रियों को गुमराह करने के लिए इंटरनेट और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का भी इस्तेमाल किया जा रहा है।
फर्जी वेबसाइट्स की पहचान
साइबर अपराधियों द्वारा बनाई गई कुछ फर्जी वेबसाइट्स की सूची:
- https://www.kumbhcottagebooking.com
- https://epickumbhyatra.com
- https://kumbhcamp.org
- https://mahakumbhbhyatra.com
- https://thekumbhyatra.com
इन वेबसाइट्स पर बुकिंग करने से बचें और सतर्क रहें।
पुलिस का ऐक्शन
मेला प्रशासन के एक अधिकारी को जब इन फर्जी वेबसाइट्स की जानकारी मिली, तो तुरंत साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराई गई। पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। लोगों को जागरूक करने और ऐसी ठगी से बचाने के लिए प्रशासन भी सक्रिय हो गया है।
अधिकृत वेबसाइट्स की सूची
महाकुंभ के लिए बुकिंग करने के लिए मेला प्रशासन ने अधिकृत वेबसाइट्स जारी की हैं। सुरक्षित बुकिंग के लिए इन्हीं साइट्स का उपयोग करें:
- https://www.aagmanindia.com
- https://kumbhvillage.com
- https://eracamps.com
- https://www.kumbhcampindia.com
- https://rishikulkumbhcottages.com
कैसे बचें ठगी से?
- अधिकृत साइट्स पर ही करें बुकिंग: मेला प्रशासन द्वारा जारी की गई वेबसाइट्स पर ही विश्वास करें।
- जानकारी जांचें: किसी भी वेबसाइट की वैधता को क्रॉस-चेक करें।
- संदिग्ध लिंक से बचें: सोशल मीडिया या मैसेज में आए अनजान लिंक पर क्लिक न करें।
- पुलिस को करें सूचित: फर्जी वेबसाइट्स की जानकारी मिलने पर तुरंत साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराएं।
महाकुंभ जैसे बड़े आयोजन में सतर्कता ही सुरक्षा है। सही जानकारी के साथ आगे बढ़ें और फर्जीवाड़े से बचें।