लोकसभा चुनाव से पहले हड़ताल पर राज्य कर्मचारी, जानें क्या है मांग
लोकसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश के कर्मचारी दफ्तर छोड़कर, अपनी मांगों को पूरा कराने के लिए निकल पड़ें है। प्रदेश भर के सभी कर्मचारी आज से कामकाज बंद करके पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर आज से हड़ताल पर है। राज्य कर्मचारियों की हड़ताल में प्रदेश के सभी शिक्षक, राज्य और निकाय कर्मचारी हैं। आज हड़ताल की शुरुआत प्रयागराज के गवर्मेंट प्रेस से हुई। कर्मचारियों ने यहां सुबह छह बजे काम बंद कर प्रदर्शन किया। कर्मचारी हड़ताल पर न जाएं इसके लिए सरकार ने एस्मा भी लगा रखा है। इसके बावजूद भी हड़ताल पर प्रदेश भर के 20 लाख से अधिक कर्मचारी है।
15 सालों से जारी है लड़ाई
पुरानी पेंशन की मांग को लेकर हड़ताल कर रहे कर्मचारियों की अगुवाई करने वाले संयोजक हरिकिशोर तिवारी ने बताया कि हमारी लड़ाई पिछले 15 सालों से जारी है। हमारी मांगें आज भी पूरी नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि अब ऐसे में आर-पार की लड़ाई का वक्त आ गया है। बता दें कि कर्मचारियों ने पिछले वर्ष अक्टूबर महीने में हड़ताल की थी, तब कुछ समय के लिए सरकार ने मौका मांगा था। हड़ताल खत्म होने के बाद सरकार ने कर्मचारियों की मांग पर ध्यान नहीं दिया, जिसका नतीजा रहा कि आज फिर से हड़ताल शुरू हो गई हैं।
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सरकार दे सकती है यह बड़ा तोहफा
कर्मचारियों की हड़ताल पर राज्य सरकार बड़ा तोहफा देने की तैयारी कर रही है। उत्तर प्रदेश के कर्मचारियों को सरकार नई पेंशन स्कीम (एनपीएस) में केन्द्र की तर्ज पर 4 फीसदी हिस्सेदारी बढ़ाएगी। यही नहीं राज्य सरकार इसके अलावा और भी बहुत कुछ देने की तैयारी कर रही है। गुरुवार को होने वाली कैबिनेट बैठक में अहम प्रस्ताव पर मोहर लगाए जाने की पूरी उम्मीद है। सरकार के इस अहम प्रस्ताव के बाद नई पेंशन में सरकारी अंशदान की हिस्सेदारी 10 फीसदी से बढ़कर 14 फीसदी हो जाएगी।
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