अब यूपी बोर्ड परीक्षा में नकल कराने पर आजीवन कारावास की सजा

यूपी बोर्ड की हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट परीक्षा में भी अब उत्तर प्रदेश सार्वजनिक परीक्षा अधिनियम 2024 लागू होगा। इसमे परीक्षा की शुचिता प्रभावित करने, प्रश्नपत्र लीक कराने, प्रश्नपत्र हलकराने की कोशिश आदि पर सालवरों एवं सालवर गिरोह को आजीवन कारावास एवं एक करोड़ रुपए के जुर्माने से दंडित किया जाएगा। इस संबंध में यूपी बोर्ड सचिव भगवती सिंह की ओर से सभी क्षेत्रीय अपर सचिवों एवं जिला विध्यालय निरीक्षकों को जल्द निर्देश जारी किए जाएंगे।

सेंटर पर प्रश्न पत्रों की सुरक्षा के लिए एआई तकनीक का प्रयोग करने के लिए शासन से 25 करोड रुपए की धनराशि भी स्वीकृत कर दी गई है। यूपी बोर्ड के नए सचिव भगवती सिंह पहली बार बोर्ड परीक्षा आयोजित करने जा रहे हैं। यूपी बोर्ड के पूर्व सचिव दिब्य कांत शुक्ल के बाद जुलाई महीने में 1995 बैच के पीईएस अधिकारी भगवती सिंह को योगी सरकार ने यूपी बोर्ड के नए सचिव की जिम्मेदारी दी है। भगवती सिंह की गिनती शिक्षा विभाग के तेज तर्रार और ईमानदार अफसरों में की जाती है।

आपको बता दें कि यूपी बोर्ड के हाई स्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा 2025 में कुल 5438597 परीक्षार्थी शामिल होंगे। इसमें हाईस्कूल में 2740151 परीक्षार्थी और इंटरमीडिएट में 2698446 परीक्षार्थी शामिल होंगे। वर्ष 2024 की बोर्ड परीक्षाएं 22 फरवरी से शुरू हो गई थी। पिछले वर्ष बोर्ड परीक्षाएं 12 कार्य दिवसों में 9 मार्च तक आयोजित की गई थी।

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