किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) में जूनियरों को धमकाने तथा विडियो काल से रैगिंग करने वाले नौ छात्रों को निलंबित कर दिया गया है। उन्हें हास्टल से भी निकाल दिया गया है। पिछले सप्ताह इंडेक्शन कर्करम के बाद एमबीबीएस के प्रथम वर्ष के छात्र-छात्राएँ हास्टल जा रहे थे तभी एमबीबीएस के 2023 के छात्र मोटरसाइकिल से पहुंचे और अभद्रता करने लगे। आरोप है कि सीनियरों ने गाली-गलौज करने के साथ ही जूनियर छात्रो को धमकाया। इसी दौरान वहां मौजूद सुरक्षा कर्मियों ने दो छात्रों को पकड़ लिया और मोटरसाइकिल से चाबी निकली ली।
जानकारी पर प्रवक्ता डॉ सुधीर सिंह पहुँच गए। सभी आरोपित छात्रों को प्राक्टर के ऑफिस भेजा गया। चीफ जस्टिस डॉ क्षितिज श्रीवास्तव ने जांच कराई । जांच में जूनियर छात्रों ने विडियो काल से रैगिंग कि शिकायत की। आरोप था कि सीनियर छात्र रात में वीडियो काल कर रैगिंग करते हैं। वही प्रकटोरियल बोर्ड के सदस्यों ने सीनियर छात्रों के मोबाइल जब्त कर लिए और जांच कराई जिसमें नौ छात्रों के फोन से जूनियर छात्रों को काल करने कि पुष्टि हुई है। केजीएमयू के प्रवक्ता डॉ सुधीर सिंह ने कहा कि वर्ष 2023 बैच के आठ एमबीबीएस व एक बीडीएस छात्र के खिलाफ रैगिंग कि पुष्टि हुई है।
केजीएमयू में एमबीबीएस प्रथम वर्ष के स्टूडेंट्स को एसबी हॉस्टल में कमरे आवंटित किए गए हैं। प्रॉक्टर प्रो. क्षितिज श्रीवास्तव ने बताया कि हॉस्टल के स्टूडेंट्स को रोजाना गार्ड और बाउंसरों की निगरानी में क्लास करने भेजा जाता है। क्लास के बाद हॉस्टल लौटते वक्त भी गार्ड साथ रहते हैं। इससे हॉस्टल से क्लास के बीच रैगिंग करना संभव नहीं हो पाता।
ऐसे में सीनियर छात्रों ने रैगिंग का नया तरीका तलाश लिया। उन्होंने एक जूनियर स्टूडेंट को विडियो कॉल की और सभी छात्रों को हॉस्टल के एक कमरे में इकट्ठा होने को कहा। इसके बाद विडियो कॉल पर ही अलग-अलग काम करने के निर्देश देते रहे। आरोप है कि इस दौरान सीनियर छात्रों ने अपशब्द भी कहे।