
एक तथा कथित समाचार पत्र की महाकुंभ यात्रा का आगमन आज होगा। यह जिले के विभिन्न स्थानो से होते हुए कन्नौज के लिए आगे बढ़ जाएगी।इस यात्रा का अलग-अलग नौ स्थानो पर पूजा अर्चना और पुष्प वर्षा के साथ यात्रा का भव्य स्वागत भी किया जाएगा।
प्रयागराज में 12 वर्ष में एक बार होने वाले महाकुंभ के लिए सोमवार को लखनऊ स्थित 1090 चौराहे से महाकुंभ यात्रा का शुभारंभ किया गया था। परमार्थ निकेतन आश्रम ऋषिकेश के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती व उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने यात्रा के वाहनों को ध्वजा दिखाकर रवाना किया। यात्रा प्रदेश के सभी 75 जिलों और 18 मंडलों से होते हुए प्रयागराज पहुचेगी।
इस दौरान यात्रा के माध्यम से महाकुंभ 2025 में परिवहन सुविधाओं की जानकारी दी जाएगी
महाकुंभ 2025 के लिए विशेष परिवहन सुविधाएं सुनिश्चित करने के लिए यूपी सरकार ने कई महत्वपूर्ण योजनाएं बनाई हैं। इनमें से कुछ प्रमुख विशेषताएं इस प्रकार हैं:
यातायात प्रबंधन
- वन-वे रूट: कुंभ के दौरान सुचारू यातायात के लिए सात प्रमुख मार्गों पर वन-वे रूट प्रणाली लागू की जाएगी, जिनमें जौनपुर, वाराणसी, मिर्जापुर, रीवा, कानपुर, लखनऊ और अयोध्या-प्रतापगढ़ शामिल हैं।
- पार्किंग सुविधाएं: कुल 101 पार्किंग स्थल प्रस्तावित हैं, जिनमें करीब पांच लाख वाहन खड़े हो सकेंगे। भारी और हल्के वाहनों के लिए अलग-अलग पार्किंग की व्यवस्था होगी।
शटल सेवाएँ
शटल बसें और ई-रिक्शा: मेले के दौरान, तीर्थयात्रियों को मेले के विभिन्न क्षेत्रों में आसान यात्रा करने में मदद करने के लिए 550 शटल बसें और 20,000 ई-रिक्शा उपलब्ध रहेंगे।
सूचना प्रणाली
डिजिटल साइन बोर्ड: मेला क्षेत्र में 100 डिजिटल साइनबोर्ड और 80 वीएमडी लगाए जाएंगे। ये तीर्थयात्रियों को यातायात मार्ग और पार्किंग की स्थिति जैसी विभिन्न जानकारियां प्रदान करेंगे।
रोडवेज बस सेवा
कुली सेवा: यात्रियों और उनके सामान की सुरक्षा के लिए रोडवेज बस स्टेशनों पर कुली तैनात किए जाएंगे। इन कुलियों को विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा, ताकि वे अच्छी सेवा दे सकें और कुंभ मार्गों के बारे में मार्गदर्शन कर सकें।