वर्षों से बंद पड़ी कानपुर की पहचान लाल इमली मिल को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बड़ी घोषणा की है। गुरुवार को चुन्नीगंज स्थित जीआईसी परिसर में आयोजित जनसभा में उन्होने कहा कि इस मिल को शुरू कराकर बड़ी संख्या में लोगों को नौकरी दी जाएगी। लाल इमली पुनरुद्धार से कानपुर कि पहचान वापस आ सकेगी।
योगी ने कहा कि केंद्र और प्रदेश कि डबल इंजन की सरकार के माध्यम से लाल इमली के लिए बड़ा पैकेज देने के लिए सरकार तैयारी कर रही है। बताया की भाजपा की सरकार ने बीमार और बंद हो चुकी अधयोगिक इकाइयों को नए सिरे से शुरू करने और वहां पर बड़े पैमाने पर उत्पादन शुरू करने की योजना पहले से बना रखी है।
अब उसके क्रियान्वयन का समय आ गया है। योगी ने कहा की लाल इमली जो आज स्मारक के रूप में बन गई है उसकी इस हालत के लिए कॉंग्रेस सरकार की बेईमानी व भ्रष्टाचार वाली नीतियां जिम्मेदार हैं। मुख्यमंत्री ने मंच से बताया कि जब वे जनसभा कि ओर से आ रहे थे तो उनके साथ कार में बैठे कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना से उन्होने पूछा कि यह कौन सी बिल्डिंग है तो उन्होने बताया कि यही वही लाल इमली है जो कभी कानपुर कि पहचान थी। अब बंद हो चुकी है।
उन्होने कहा कि जिस बड़े औधयोगिक स्थान पर हजारों नौजवानों को रोजगार मिलना चाहिए था वह भ्रष्टाचार का स्मारक बनकर सबको चिढ़ा रहा है। जनसभा के बाद अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों कि बैठक में लाल इमली के मुद्दे को सांसद रमेश अवस्थी कि तरफ से उठाया भी गया।
सांसद ने लाल इमली के पुनरुद्धार कि घोषणा के लिए मुख्यमंत्री का आभार जताया। इस दौरान शहर कि अन्य औधयोगिक इकाइयां जो बंद पड़ी हैं उनको लेकर भी कार्ययोजना बनाने पर कार्य करने को कहा गया है।