मंहगाई के दौर में जहां अनाज, दाल, तेल मसलों की कीमतें आसमान छू रही हैं वहीं चंद्रशेखर आज़ाद कृषि एवं प्रौध्योगिकी विश्वविध्यालय के छात्र 40 रुपए प्रति डाइट के हिसाब से भोजन दिया जा रहा है। विश्वविध्यालय के सीएसए ने बताया छात्रावास में रहने वाले छात्रों के लिए मेस का एक डाइट का 40 रुपए बजट दिया जा रहा है। पहले बजट मात्र 30 रुपए था छात्रों की गुहार पर 2019 में इसे 10 रुपए बढ़ाया गया था। छात्र-छात्राओं की शिकायत पर विश्वविध्यालय प्रशासन ने मामले को लेकर एक समिति बनाई है। समिति में छात्र-छात्राओं को भी प्रतिनिधि के रूप में शामिल किया जाएगा।
सीएसए के मुताबिक विश्वविध्यालय में 40 रुपए प्रति डाइट के हिसाब से पूरे दिन का खाना देना संभव नहीं हो पा रहा है। आटा, दाल, चावल, सब्जी, तेल, मसाले आदि की कीमतें काफी बढ़ चुकी हैं। छात्रों का कहना है कि भोजन कि गुणवत्ता काफी खराब है।
पानी जैसी दाल रहती है, सब्जियों में नमक को बढ़ा दिया जाता है। जब शिकायत करो तो डाइट का पैसा कम होने कि बात कहकर चुप करा दिया जाता है। छात्रों की इस समस्या को विश्वविध्यालय प्रशासन ने भी माना है।
विश्वविध्यालय के कुलपति डॉ आनंद कुमार सिंह ने बताया कि 14 अगस्त को एकेडमिक काउंसिल की 183वी बैठक में छात्रो की डाइट का खर्च बढ़ाने का मुद्दा रखा गया था। छात्र कल्याण डॉ मुनीश कुमार की अगुवाई में एक समिति बनी है।
समिति में सभी छात्रावास से स्नातक, परास्नातक और पीएचडी के सामान्य, पिछड़ा वर्ग और एससी-एसटी वर्ग के एक-एक छात्र या छात्रा को रखा गया है। अभी तक छात्रावास के छात्रों का नाम तय नहीं है। नाम तय होते ही समिति बैठक कर जल्द ही डाइट की राशि बढ़ाने पर निर्णय लेगी।