साफ-सफाई के मामले मे इंदौर अव्वल

देश के 10 सबसे स्वच्छ शहरों की सूची में इंदौर प्रथम स्थान मिला है। केंद्रीय मंत्री एम. वेंकैया नायडू ने गुरुवार को यह जानकारी दी।
नायडू ने नेशनल मीडिया सेंटर में संवाददाताओं से कहा कि भोपाल को दूसरा और विशाखापत्तनम को तीसरा स्थान मिला है। जबकि सबसे गंदे शहरों की सूची में यूपी का गोंडा पहले पायदान पर है।
इस सूची में चौथा स्थान गुजरात के सूरत को जबकि मैसूर को पांचवा स्थान मिला है। स्वच्छ शहरों की पिछली सूची में मैसूर को प्रथम स्थान मिला था। तिरुचुरापल्ली को छठा एवं नई दिल्ली नगर निगम परिषद इलाके को सातवां स्थान मिला है। नवी मुंबई को 8वां, तिरुपति को 9वां और वडोदरा को 10वां स्थान मिला है।
गोंडा सबसे गंदा
वहीं सफाई के मामले में सबसे खराब रिकॉर्ड वाले 10 शहरों में यूपी के चार, बिहार और पंजाब के दो तथा उत्तराखंड व महाराष्ट्र के एक-एक शहर शामिल हैं।
स्वच्छता सर्वेक्षण के तहत जारी कुल 434 देशों की लिस्ट में गोंडा सबसे गंदा शहर रहा। वहीं महाराष्ट्र के भुसावल 433वें पायेदान पर, इसके बाद बिहार का बगहा, उत्तराखंड का हरदोई, बिहार का कटिहार, यूपी का बहराइच, पंजाब का मुक्तसर और अबोहर तथा इसके बाद यूपी का शाहजहांपुर 426वें तथा खुर्जा 425वें स्थान के साथ देश के दस सबसे गंदे शहरों में रहा।
इन पैमानों पर मापा गया सफाई का हाल
देश के 434 शहरों और नगरों में कराए गए स्वच्छता सर्वेक्षण के मुताबिक, इसमें हिस्सा लेने वाले 83 फीसदी से अधिक लोगों ने बताया कि उनका इलाके में पिछले साल के मुकाबले ज्यादा साफ-सफाई देखने को मिली है।
सरकार की ओर से जारी सर्वेक्षण नतीजों में यह बात भी सामने आई है कि स्वच्छता सर्वेक्षण 2017 के अनुसार, 82% से ज्यादा नागरिकों ने स्वच्छता बुनियादी ढांचा और अधिक कूड़ेदान की उपलब्धता के अलावा घर-घर जाकर कूड़ा इकट्ठा करने जैसी सेवाओं में सुधार पर बात की, जबकि 80% लोगों ने सामुदायिक और सार्वजनिक शौचालयों तक बेहतर पहुंच बनाए जाने पर जोर दिया।
इसमें यह भी कहा गया है कि 404 शहरों और कस्बों के 75 फीसदी आवासीय क्षेत्र में ज्यादा सफाई देखी गई। इसके साथ ही 185 शहरों में रेलवे स्टेशन के आसपास का पूरा इलाका स्वच्छ बताया गया है।
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