लेनदेन में डिजिटल हो रहा भारत, दुनिया में मिला दूसरा स्थान

दरअसल, ईवाई फिनटेक एडॉप्शन इंडेक्स ने एक चौंकाने वाले आंकड़े का खुलासा किया है। इसके मुताबिक, डिजिटल भारत की ओर बढ़ रहे लोगों ने फाइनेंशियल टेक्नोलॉजी बीते दो साल में काफी पसंद किया है। आंकड़े बताते हैं कि करीब फाइनेंशियल टेक्नोलॉजी को अपनाने में हमने करीब 52 फीसदी की बढ़ोत्तरी दर्ज की है। वहीं, दुनियाभर में यह रफ्तार करीब 33 प्रतिशत ही दर्ज की गई हैं। वहीं, चीन ने फाइनेंशियल टेक्नोलॉजी को अपनाने में 69 फीसदी की तेज रफ्तार छू ली है।
बता दें कि साल 2016 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नोटबंदी के फैसले के बाद से ही डिजिटली लेनदेन को अपनाने पर काफी जोर दिया जा रहा है। इसकी महत्ता को समझते हुए लोगों ने भी वित्तीय लेनदेन करने में नयी तकनीकों को अपनाया है। यह एक सक्षम भारत की ओर बढ़ाया जा रहा बड़ा कदम है। कैशलेस लेनदेन देश की आर्थिक व्यवस्था के नजरिए से काफी अच्छी होती है।
वहीं, लोगों को फाइनेंशियल टेक्नोलॉजी से बड़ी संख्या में जोड़ने के लिए केंद्र सरकार की ओर से भी काफी प्रयास किए जा रहे हैं। आंकड़े बताते हैं कि बीते कुछ बरसों में ग्रामीण क्षेत्रों में भी लेनदेन की आधुनिक तकनीक को अपनाने में 33 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई है। जो कि एक अभूतपूर्व उपलब्धि है।
दरअसल, फाइनेंशियल टेक्नोलॉजी की मदद से लोगों को भी बैंकिंग की पुरानी व्यवस्था से मुक्ति मिल रही है। लोगों हर समय अपने वित्तीय हालात को जांचने के साथ ही लेनदेन के कामों को आसानी से निपटा रहे हैं। वहीं, उपभोक्ता सर्वे के आंकड़े बताते हैं कि साल 2017 में 72 फीसदी लोगों ने रुपये का लेनदेन व अन्य प्रकार के भुगतान फाइनेंशियल टेक्नोलॉजी की नई तकनीकों के जरिए किए हैं।
वहीं, इंश्योरेंस की रकम को ऑनलाइन अदा करने पर घोषित की गई छूट के चलते करीब 47 प्रतिशत लोगों ने एजेंट्स को दरकिनार करके अपने वित्तीय प्रबंधन में सुधार किया है। जबकि, दुनियाभर में लोगों द्वारा इंश्योरेंस की किश्तों का ऑनलाइन तरीके भुगतान करने का आंकड़ा मात्र 24 फीसदी ही दर्ज किया गया है।
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