सस्ता हुआ VIP ट्रेनों का किराया, फ्लेक्सी फेयर सिस्टम में अब मिलेगी 10% की छूट

अगर आप शताब्दी, राजधानी, दुरंतो एक्सप्रेस से यात्रा करते हैं तो इससे जुड़ी फ्लेक्सी फेयर सिस्टम को लेकर रेल मंत्रालय ने कुछ बदलाव किए हैं। अब इन ट्रेनों में फ्लेक्सी फेयर सिस्टम के तहत पहला चार्ट बनने के बाद बची सीटों के लिए करंट बुकिंग पर किराए में 10% की छूट मिलेगा।
और यह काम खुद टीटीई करेगा, वह पैसेंजर को 10 फीसदी कम किराए पर टिकट बनाकर देगा। यह जानकारी रेलवे बोर्ड के मेंबर (ट्रांसपोर्ट) मोहम्मद जमशेद ने दी। तत्काल कोटे की बची सीटों को सामान्य सीट में बदल दिया जाएगा। छूट देने की वजह कई सीटों का खाली होना बताया गया है।
कब से लागू है फ्लेक्सी फेयर सिस्टम?
आपको बता दें भारतीय रेलवे ने 9 सितंबर 2016 से प्रीमियम ट्रेनों में फ्लेक्सी फेयर सिस्टम की शुरुआत की थी। इसकी वजह कई सीटों/बर्थों का खाली रहना बताया गया था।
इस सिस्टम का अक्टूबर के अंत में रिव्यू किया गया। इसके बाद रेलवे ने तय किया कि राजधानी, दुरंतो और शताब्दी एक्सप्रेस में 50% तक बढ़ने वाला बेस फेयर 40 फीसदी से ज्यादा नहीं होगा। हालांकि यह कब से लागू होगा, इसके बारे में नोटिफिकेशन भी जल्द ही जारी होगा।
क्या है सह सिस्टम और क्यों लेना पड़ा यह फैसला?
फ्लेक्सी फेयर सिस्टम के तहत पहली 10 फीसदी सीटें मूल किराए पर और उसके आगे हर 10 फीसदी सीटों पर 10-10 फीसदी किराया बढ़ता है और आधी सीटों के बाद किराया डेढ़ गुना तक रहता है और उसके आगे प्रतीक्षा सूची एवं आरएसी टिकटों पर भी वही डेढ़ गुना किराया लिया जाता है। इस प्रणाली के लागू होने के बाद 31 अक्टूबर तक के आंकड़ों के अनुसार करीब 6000 सीटें खालीं गईं हैं जबकि उससे पहले लंबी प्रतीक्षा सूची रहती थी।
इसके बात कितना होगा फायदा ?
अब प्रीमियम ट्रेनों में चार्ट बनने के बाद पैसेंजर बेस फेयर से 40% (1.4 गुना) किराया देकर ज्यादा बर्थ ले सकेगा। फ्लेक्सी फेयर स्कीम सेकंड एसी, थर्ड एसी, एसी चेयरकार और स्लीपर के लिए है। एसी फर्स्ट क्लास और एग्जीक्यूटिव क्लास को इससे बाहर रखा गया है। फ्लेक्सी फेयर सिस्टम से सरकार को इस फाइनेंशियल इयर में 500 करोड़ का फायदा होने की उम्मीद है।
एक उदाहरण में इस सिस्टम को ऐसे समझें, आपको बता दें कि अभी दिल्ली-मुंबई राजधानी का बेसिक फेयर 1628 रुपये है जबकि कुल किराया 2085 ₹ लगता है। 10% की छूट के हिसाब से अब 208.5 ₹ कम देने होंगे।
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