रेलवे में मिलने वाले खाने पर 'प्रभु' की नजर, अब ठेकेदार नहीं परोसेंगे खाना

ट्रेन में यात्रा करते समय आप अक्सर खराब खाने की शिकायत करते होंगे। कभी आपको खाने की कीमत तो कभी उसकी क्वालिटी नहीं भाती होगी तो रेलवे ने अब फैसला किया है कि ट्रेन में मिलने वाले खाने में एकरूपता लाई जाय। इसके लिए भारतीय रेलवे ने अपनी कैटरिंग पॉलिसी में बड़े बदलावों का ऐलान किया है।
रेलवे की ओर से सोमवार को जारी की गई नई नीति में कहा गया है कि अब तक जोनल रेलवेज की ओर से दिए गए ठेकों को समाप्त किया जाता है। अब ज्यादातर ट्रेनों में खाने की सुविधा आईआरसीटीसी खुद देगा। सभी नई ट्रेनों में और शॉर्ट नोटिस पर चलने वाली ट्रेनों में कैटरिंग की जिम्मेदारी आईआरसीटीसी के हवाले होगी। यानी अब किसी ठेकेदार की मनमानी के चलते आपके खाने का स्वाद नहीं बिगड़ेगा।
रेल यात्रियों को अच्छा, साफ सुथरा खाना मुहैया होगा: सुरेश प्रभु
दिल्ली में सोमवार को रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने भारतीय रेल में नई कैटरिंग पॉलिसी को लागू करने का ऐलान किया। रेल मंत्री ने पिछले साल अपने रेल बजट भाषण में इसका प्रस्ताव रखा था। सुरेश प्रभु ने कहा, 'हम रेल यात्रियों को अच्छा, साफ सुथरा खाना मुहैया कराना चाहते हैं। हम चाहते हैं कि चलती गाड़ियों में उन्हें स्वादिष्ट और पौष्टिक खाना सप्लाई किया जा सके। ' रेलों का खानपान बेहतर करने के लिए रेल मंत्रालय की कई योजनाएं हैं जिनके अनुसार रेल के किचन को आधुनिक शक्ल दी जाएगी। खाना पकाने और खाना पहुंचाने का काम अलग-अलग किया जाएगा। धीरे-धीरे चलती ट्रेनों में खाना पकाने का काम बंद हो सकता है। इसकी जगह अलग-अलग स्टेशनों पर खाना पकेगा जो ट्रेनों में जाएगा।
आईआरसीटीसी की ओर से किचन बनाए जाएंगे
यही नहीं मोबाइल यूनिट्स की ओर से बेची जाने वाली खाद्य सामग्री भी आईआरसीटीसी के किचन से ही सप्लाइ की जाएगी। बेहतर खाने को ध्यान में रखते हुए आईआरसीटीसी अपनी किचन की सुविधा में भी बड़े बदलाव करेगा। यही नहीं जनआहार, सेल किचन्स समेत A1 और A कैटिगिरी के रेलवे स्टेशनों के रिफ्रेशमेंट रूम्स की जिम्मेदारी भी आईआरसीटीसी के हवाले होगी। इसके अलावा अन्य स्टेशनों पर भी जरूरत के मुताबिक आईआरसीटीसी की ओर से किचन बनाए जाएंगे।
रेलवे की ओर से जारी बयान में बताया गया है कि जोनल रेलवेज की ओर से किचन का स्ट्रक्चर या जगह 10 साल के लिए आईआरसीटीसी को सौंपी जाएगी। इसे बाद में 5 साल के लिए और विस्तार दिया जा सकता है। आईआरसीटीसी को किचन का स्पेस 1 रुपये प्रति स्क्वेयर फुट सालाना के दर पर मिलेगा। इन किचनों को ऐसे बिजनस मॉडल के तौर पर विकसित किए जाएगा, जिससे सेवाएं बेहतर हों और आर्थिक स्थिति भी सुधरे।
IRCTC ने बताया, कहां करें खराब खाने की शिकायत
हाल ही में आईआरसीटीसी ने एक ट्वीट कर यात्रियों को चाय, नाश्ते और खाने समेत तमाम खाद्य वस्तुओं के असली दाम बताए थे। इसके अलावा आईआरसीटीसी ने यात्रियों से कुछ भी खरीदने पर बिल लेने का सुझाव दिया था। अब रेलवे और आईआरसीटीसी ने बताया है कि यदि आपको ट्रेन में सही खाना नहीं मिलता है तो आप कहां शिकायत कर सकते हैं।
रेल मंत्रालय ने ट्वीट के जरिए कहा है कि आपके खाने की क्वॉलिटी यदि सही नहीं रहती है तो आप रेल मंत्रालय और आईआरसीटीसी के ट्विटर अकाउंट को टैग कर इसकी सूचना दे सकते हैं।
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