सुषमा स्वराज ने कहा- मंगल ग्रह पर फंसे हों तो भी इंडियन एंबेसी करेगी मदद

विदेश मंत्री सुषमा स्वराज देश से बार किसी भी कारण से फंसे भारतीयों की मदद के लिए सबसे आगे रहती हैं। अक्सर सुषमा की इस मदद की आदत के लिए उन्हें सोशल मीडिया पर सराहना भी मिलती है और लोग उन्हें ट्रोल भी करते हैं।
ऐसा ही एक मामला सामने आया जिसके जवाब में सुषमा स्वराज ने ट्वीट करते हुए लिखा कि अगर आप मंगल ग्रह पर भी फंसे हैं तो इंडियन एंबेसी आपकी मदद जरूर करेगी।
ऐसा सुषमा स्वराज ने क्यों कहा?
दरअसल सुषमा स्वराज के इस तरह के कदम की सोशल मीडिया पर अक्सर चर्चा होती है। इस तरह एक ट्वीटर यूजर ने विदेश मंत्री को ट्रोल करने के इरादे से ट्वीट किया कि वो मंल ग्रह पर फंसे हुए हैं। क्या उनकी मदद इंडियन एंबेसी करेगी?
यूजर करण सैनी (@ksainiamd) ने @SushmaSwaraj और @isro को टैग करते हुए लिखा, ''मैं मंगल (मार्स) पर फंसा हूं। 987 दिन पहले मंगलयान से भेजा गया खाना खत्म हो गया है। मंगलयान-2 कब भेजा जाएगा?'' सुषमा ने इसी ट्वीट का जवाब कुछ इस तरह दिया।
आपको बता दें, विदेश मंत्री ट्विटर पर मदद मांगने वालों के लिए हमेशा आगे रहती हैं। देश के बाहर फंसे लोगों से लेकर वीजा-पासपोर्ट बनवाने तक में मदद करती हैं। कई बार लोगों को ट्विटर के जरिए ही मेडिकल वीजा दिलवा चुकी हैं।
ट्विटर पर पति नहीं करते सुषमा को फॉलो
पिछले साल सुषमा स्वराज ने अपने पति के साथ एक फोटो शेयर किया था, जो काफी चर्चा में रहा था। आपको बता दें, पति स्वराज कौशल उन्हें ट्विटर पर फॉलो नहीं करते हैं। इस पर सवाल पूछे गए तो कौशल के जवाब वायरल हुए थे। कौशल को टैग करते हुए एक यूजर ने पूछा था, ''मिजोरम के पूर्व गवर्नर रहे और सुप्रीम कोर्ट के एडवोकेट कौन हैं? वो अपनी पत्नी को ट्विटर पर फॉलो क्यों नहीं करते हैं?'' इस पर उन्होंने लिखा- क्योंकि मैं लीबिया या यमन में नहीं फंसा हूं।
खाड़ी देशों से 80 हजार भारतीयों को निकाला
सुषमा ने सोमवार को मोदी सरकार के तीन साल पूरे होने के मौके पर विदेश मंत्रालय के कामकाज का ब्योरा मीडिया के सामने रखा था। इस दौरान उन्होंने कहा, ''हमनें खाड़ी देशों से 80 हजार भारतीयों को निकाला। सऊदी और यूएई में सबसे ज्यादा कामगार जाते हैं। वहां दो कंपनियों में दिक्कत आई। कुछ लोगों को वहीं दूसरी नौकरी मिल गई और कुछ देश वापस आ गए। मैंने पिछले दिनों गल्फ राजदूतों से इस बारे में बात की थी।"
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