मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य में किसानों को पर्याप्त मात्रा में उर्वरक उपलब्ध कराने के लिए हर संभव उठाने के निर्देश दिये हैं। रविवार को प्रदेश में खाद की उपलब्धता को लेकर उच्च स्तरीय बैठक में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि निजी क्षेत्र से प्राप्त हो रहे उर्वरक को सहकारी समितियों और अन्य सरकारी माध्यमों से किसानों तक पहुचाया जाए। उन्होने स्पष्ट किया कि निजी कंपनियों से मिलने वाली खाद को उचित मूल्य पर किसानों को उपलब्ध कराना आवश्यक है ताकि उन्हें किसी समस्या का सामना न करना पड़े।
सीएम ने अधिकारियों से कहा कि वे केंद्र सरकार के साथ समन्वय स्थापित करें और आवश्यकतानुसार उर्वरक की आपूर्ति सुनिश्चित करें। उन्होने खाद वितरण स्थलों पर किसानों के लिए आवश्यक बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध करने के भी निर्देश दिये हैं। कहा खाद वितरण के दौरान किसानों को उचित लाइन पानी की व्यवस्था, छाया और बैठने की सुविधा उपलब्ध कराई जाए।
मुख्यमंत्री ने खाद वितरण प्रक्रिया की निगरानी के लिए एक विशेष तंत्र की स्थापना का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि जिला स्तर पर अधिकारियों की एक टीम बनाई जाए जो वितरण प्रक्रिया पर नजर रखे और नियमित रूप से रिपोर्ट प्रस्तुत करे। इस तंत्र के माध्यम से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि खाद की कालाबाजारी या जमाखोरी न हो। मुख्यमंत्री ने चेतावनी दी कि ऐसे मामलों में दोषी पाए जाने वाले व्यक्तियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
वहीं, कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने शनिवार को खाद की उपलब्धता को लेकर समीक्षा बैठक की। बैठक में अधिकारियों ने जानकारी दी कि अगले दो दिनों में प्रदेश में 8 हजार मीट्रिक टन खाद पहुंचने की संभावना है। विभिन्न स्थानों से 23 उर्वरक रैक उत्तर प्रदेश के लिए रवाना हो चुकी हैं।
प्रदेश में पर्याप्त खाद उपलब्ध
कृषि मंत्री ने बताया कि प्रदेश में अभी भी ढाई लाख मीट्रिक टन से अधिक खाद उपलब्ध है। सहकारी समितियों के पास 52 हजार मीट्रिक टन और निजी केंद्रों पर लगभग 1.20 लाख मीट्रिक टन डीएपी मौजूद है। 1 से 15 नवंबर के बीच राज्य में 85 फास्फेटिक उर्वरकों की रैक भेजी गई थीं, जिनमें से 60 रैक पहले ही पहुंच चुकी हैं। इन रैकों के माध्यम से 1.75 लाख मीट्रिक टन डीएपी और 55 हजार मीट्रिक टन एनपीके प्राप्त हो चुका है। शेष 25 रैक जल्द ही प्रदेश में पहुंचेंगी। आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों में खाद संकट ने किसानों की परेशानी बढ़ा रखी है। बीते कुछ सप्ताह के दौरान झांसी, औरैया, महोबा, टीकमगढ़ समेत कई जिलों में खाद दुकानों पर किसानों की लंबी लाइने देखी जा रही हैं।