राष्ट्रवादी राजनीति करने उतरे ईडी के ज्वाइंट डायरेक्ट, आज होंगे भाजपा में शामिल
नौकरी छोड़ राष्ट्रवादी राजनीति करने उतरे ईडी के ज्वाइंट डायरेक्ट राजेश्वर सिंह। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) से सेवनिवृत्ति हुए राजेश्वर सिंह आज बीजेपी में शामिल होंगे। प्रदेश की सुल्तानपुर सदर सीट से लड़ सकते हैं चुनाव। राजेश्वर सिंह ने कहा कि ‘’24 साल तक मैंने अपनी सेवाएं दी और अब जब मेरी सेवा के 11 साल बचे हैं तब मैं इसे और बड़े स्तर पर ले जाने के लिए राष्ट्रवादी राजनीति में उतर रहा हूं। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) लखनऊ के संयुक्त निदेशक राजेश्वर सिंह ने सोमवार को अपना वीआरएस (स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना) आवेदन स्वीकृत होने के बाद ट्वीट यह जानकारी साझा की थी। वहीं, इस मौके पर उन्होंने पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह का धन्यवाद भी किया।
बता दें, कि 24 वर्षों की सरकारी सेवा कर चुके राजेश्वर सिंह का अभी 11 वर्ष का सेवाकाल शेष था।
राजेश्वर सिंह प्राप्त कर चुकें हैं राष्ट्रपति का पुलिस पदक
स्टेट पुलिस विभाग से अपने करियर की शुरुआत करने वाले राजेश्वर सिंह उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर के एक प्रतिष्ठित परिवार से आते हैं। इनके पिता स्वर्गीय रण बहादुर सिंह सेवानिवृत्त आइपीएस अधिकारी थे। 1994 बैच के अधिकारी राजेश्वर सिंह लखनऊ में सीओ गोमतीनगर व सीओ महानगर के पद पर तैनात रहे। राजेश्वर वर्ष 2009 में प्रतिनियुक्ति पर ईडी में गए। लगभग 10 वर्ष उत्तर प्रदेश पुलिस में और 14 वर्ष ईडी में अपनी सेवाएं देने के बाद अब वह नौकरी छोड़ राजनीति में शामिल होने जा रहें है राजेश्वर सिंह।
14 महीने के कार्यकाल में ही अपनी एक अलग पहचान बनाने वाले राजेश्वर सिंह के नाम13 एनकाउंटर है। इसमें कोई हैरानी की बात हीं कि उन्हें उनके काम के दम पर 'एनकाउंटर स्पेशलिस्ट' और 'साइबर जेम्स बॉन्ड' की उपाधियों से नवाजा गया।
ईडी लखनऊ की कमान संभालने के बाद राजेश्वर सिंह के नेतृत्व में पोंजी स्कीम के कई बड़े घोटालों में कार्रवाई हुई। गोमती रिवरफ्रंट घोटाला, स्मारक घोटाला, खनन घोटाला व बाइक बोट घोटाला में भी उन्होंने जांच शुरू कराई। माफिया मुख्तार अंसारी व अतीक अहमद के विरुद्ध भी मनी लांड्रिंग का केस दर्ज कर जांच शुरू कराने में भी राजेश्वर की अहम भूमिका रही। राजेश्वर सिंह को वीरता के लिए राष्ट्रपति का पुलिस पदक भी मिल चुका है।
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