दीनदयाल हस्तकला सुंकल से पूर्वी उत्तर प्रदेश की हस्तकला को मिल रही पहचान

पूर्वी उत्तर प्रदेश की हस्तकला को एक नई पहचान अब दीनदयाल हस्तकला सुंकल से मिल रही है। यहां पर लगातार देश के बड़े नेताओं के आने से अब इसकी लोकप्रियता बढ़ रही है। पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, फिर फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और 26 मार्च को राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद बनारस के दीनदयाल हस्तकला संकुल के ब्रांड अंबेसडर की भूमिका में नजर आए।
दरअसल, इस आयोजन के साथ ही संकुल में राष्ट्रीय स्तर के आयोजनों की शुरुआत हो गई है। काशी सहित पूर्वांचल के शिल्प और बुनकरी की पहचान को सशक्त करने और स्थानीय हुनर की चमक दुनिया के कोने-कोने में पहुंचाने के उद्देश्य से संकुल की स्थापना हुई है। संकुल की ब्रांडिंग की जिम्मेदारी स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने हाथ में ले रखी है। पीएम ने बड़ी सभाओं में संकुल की ब्रांडिंग की दो बार निरीक्षण भी किया। हाल में उन्होंने संकुल में ही फ्रांस के राष्ट्रपति को काशी के शिल्प और कला की खूबसूरती दिखाई।
दीनदयाल हस्तकला संकुल में आई बहार
फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रां के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे से दीनदयाल हस्तकला संकुल में बहार आ गई है। उनके जाने के बाद ही अगले दिन तीन हजार से अधिक लोग संकुल पहुंचे। संकुल के लोकार्पण के बाद से यह पहला मौका रहा, जब इतनी बड़ी संख्या में संकुल का नजारा देखने के लिए दिलचस्पी दिखी। अगले दिन आम लोगों के लिए संकुल केंद्र पर सुबह दस बजे से ही पहुंचने शुरू हो गए और फिर दोपहर बाद तक तांता लगा रहा। कई विदेशी सैलानियों के साथ-साथ स्थानीय लोगों ने शिल्प संग्रहालय देखा और फिर शिल्पोत्सव में खरीदारी की। संकुल के भव्य गेट और परिसर के साथ संग्रहालय तक जगह-जगह लोगों ने सेल्फी के रूप में अपनी यादें संजोई।
पीएम के दौरे के बाद से हस्तकला संकुल के प्रति आम जन और सैलानियों की बढ़ी उत्सुकता से वस्त्र मंत्रालय के उच्चाधिकारी उत्साहित हैं। संकुल में लोगों की आवाजाही बढ़ाने के लिए साल भर से चल रहे प्रयास अब तक रंग नहीं ला पाए थे, लेकिन फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे से हुई ब्रांडिंग ने कमाल कर दिया। दोनों राजनेताओं ने संकुल में 40 मिनट से ज्यादा समय गुजारा था। मोदी-मैक्रों ने काष्ठ कला, सॉफ्ट स्टोन, गुलाबी मीनाकारी व जारी जरदोजी शिल्प का सजीव प्रदर्शन देखा। हस्तकलाओं की बारीकी व शिल्पियों के हुनर को देख माक्रों हैरान रह गए। बता दें कि मैक्रों ने फ्रेंच में लिखा ‘मुझे बहुत अच्छा लगा। पीएम मोदी ने बहुत अच्छी व्यवस्था की है। काशी और यहां की कला और शिल्प अद्भुत है। इनकी अपार संभावनाएं हैं।’
मुख्यमंत्री चार बार कर चुके हैं दौरा
प्रदेश की हस्तकला को आगे बढ़ाने के लिए योगी सरकार लगातार काम कर रही है। 26 मार्च को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का संकुल में चौथा दौरा रहा। इससे साफ जाहिर होता है कि वे हस्तकला को बढ़ावा दे रहे हैं। यहां पर सड़क परिवहन एवं राजमार्ग, कौशल विकास मंत्रालय, विभिन्न प्रशिक्षण इंस्टीट्यूट और पूर्वांचल के कोने-कोने से आए लोगों ने भी संकुल को अद्भूत और आकर्षक बताया। शिल्पियों, बुनकरों और पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोगों को इसका लाभ भी मिल रहा है। जिस तरीके से यहां पर लोगों की आवक बढ़ रही है तथा जिस तरीके की ब्रॉण्डिग की जा रही है उससे पूर्वांचल की हस्तकला को एक अलग पहचान मिलने की उम्मीद है।
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