पोस्ट ऑफिसों में अब मिलेगी डिजिटल बैंकिग जैसी सुविधा

वित्त मंत्रालय ने डाकघर के खातों को आईपीपीबी अकाउंट से जोड़ने के लिए हरी झंडी दे दी है। देश के करीब 34 करोड़ डाकघर बचत खाताधारक बहुत जल्द डाकघरों में भी डिजिटल बैंकिंग की पूरी सुविधा का लाभ उठा सकेंगे। ऐसा होते ही ग्राहक पोस्ट ऑफिस के खाते से किसी भी बैंक अकाउंट में पैसे ट्रांसफर किए जा सकेंगे। आईपीपीबी को रिजर्व बैंक कंट्रोल करता है और पोस्ट ऑफिस की बैंकिंग सेवाएं वित्त मंत्रालय के अधीन हैं।
इंडिया पोस्ट ने देशभर के सभी 1.55 लाख डाकघरों को आइपीपीबी से जोड़ने की योजना बनाई है। इन 34 करोड़ खातों में 17 करोड़ पोस्ट ऑफिस सेविंग्स बैंक अकाउंट हैं, जबकि बाकी मासिक आय योजना व आवर्ती जमा (रेकरिंग डिपॉजिट) खाते वगैरह हैं।
इस वर्ष मई से पहले चरण और सितंबर से दूसरे चरण में ऐसे खाताधारकों को आइपीपीबी से जोड़ने की प्रक्रिया शुरू होगी। इंडिया पोस्ट अपने सभी 1.55 लाख डाक घर शाखाओं को आईपीपीबी से जोड़ने की योजना बना चुका है। ऐसा करते ही यह देश का सबसे बड़ा बैंकिंग नेटवर्क बन जाएगा। इंडिया पोस्ट में कोर बैंकिंग सेवा पहले से ही है लेकिन इस सर्विस के तहत ग्राहक सिर्फ डाकघरों के नेटवर्क पोस्ट ऑफिस सेविंग बैंक (पीओएसबी) अकाउंट में ही पैसे ट्रांसफर कर सकते हैं।
सूत्रों के अनुसार मई से भारतीय डाक घर पीओएसबी खाता धारक इस नई सेवा की सुविधा का विकल्प पा सकेंगे। यह सेवा वैकल्पिक होगी। खाता धारक जब इस सेवा का विकल्प चुनेगा तभी उसका खाता आईपीपीबी अकाउंट से जोड़ा जाएगा। इससे पहले एक वकतव्य में कहा गया था कि इसी महीने से आईपीपीबी से जुड़े 650 डाक घर की शाखाओं में काम शुरू कर देगा। ये सभी शाखाएं जिला के छोटे डाकघरों से जुड़े होंगे।
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