उत्तर प्रदेश में शुक्रवार को सीजन का पहला घना कोहरा छाया। लखनऊ में कुछ जगहों पर प्रदूषण अधिक होने से लोगों को सांस लेने में परेशानी हुई। राजधानी में कोहरा छाने के साथ ही ठंड ने दस्तक दे दी है। सड़क पर लोग फुल कपड़े, जैकेट और ऊनी कपड़े पहनकर जाते दिखे। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी उमेश चंद्र शुक्ल का कहना है, “NCR में छाई धुंध का असर लखनऊ में भी हो रहा है। शहर का अधिकतम तापमान 31 डिग्रीसेल्सियस और न्यूनतम तापमान 16 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया गया।”
मौसम वैज्ञानिकों ने बताया कोहरे की वजह
- मौसम वैज्ञानिक डॉ. अतुल सिंह ने बताया कि वायुमण्डलीय स्थिरता के कारण बनने वाले विकिरणीय कोहरे तथा पछुआ हवाओं के प्रभाव से पश्चिम दिशा से आने वाले संवहनी कोहरे के संयुक्त प्रभाव से प्रदेश के उत्तरी एवं तराई इलाकों में पिछले दो दिन से घना कोहरा पड़ रहा है।
- मौसम वैज्ञानिक कैलाश पांडेय के अनुसार,‘बंगाल की खाड़ी की ओर से निचले वायुमंडल में आने वाली नम पुरुआ हवा शहर का कोहरा बढ़ाएगी और ऊपरी वायुमंडल में पश्चिमोत्तर के पहाड़ों से आ रही सर्द हवा धीरे-धीरे पारा गिराएगी।
इसकी शुरुआत हो चुकी है। नवंबर के अंत तक यह सिलसिला तेजी से आगे बढ़ेगा और दिसंबर से चरम पर पहुंचने लगेगा। कोहरे के चलते आर्द्रता भी अधिकतम स्तर पर रहेगी जो कि 70 से 90 प्रतिशत के बीच बनी रहेगी। बीते तीन दिन के आंकड़े पर गौर करें आर्द्रता ने यह रुख अपना लिया है। 90 प्रतिशत के अधिकतम स्तर के आसपास अपना स्थान बना लिया है।’
रातें भी दिलाने लगी हैं ठंड का एहसास
तापमान के आंकड़े की बात करें तो गुरुवार का अधिकतम तापमान 29.5 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड हुआ, जो औसत से .02 डिग्री सेल्सियस और बीते दिन के मुकाबले करीब एक डिग्री सेल्सियस कम है। हालांकि कोहरे व धुंध ने न्यूनतम तापमान को आंशिक रूप से बढ़ा दिया है लेकिन इससे ठंड का बढ़ता प्रभाव कम नहीं हुआ है। रात ठंड के आने का निरंतर अहसास करा रही है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि अभी दो दिन पारा लुढ़केगा। न्यूनतम तापमान में 3-4 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की जाएगी।
यूपी के 32 जिलों में कोहरे का अलर्ट
देवरिया, गोरखपुर, संत कबीर नगर, बस्ती, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, अयोध्या, अंबेडकर नगर, सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, गाजियाबाद, हापुड़, गौतम बुद्ध नगर, बुलंदशहर, अलीगढ़, बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर एवं आसपास के इलाकों में घना कोहरा छाने की चेतावनी जारी की गई है।
दिन और रात के तापमान में बढ़ने लगा अंतर
एक तरफ जहां ठंड का असर धीरे-धीरे बढ़ रहा है वहीं दूसरी ओर दिन और रात के तापमान का अलग मिजाज दिख रहा है। दिन में जहां कई दिनों से तापमान सामान्य से कम रह रहा है वहीं रात का तापमान सामान्य से 5 डिग्री सेल्सियस अधिक चल रहा है। मौसम केंद्र के अनुसार, शुक्रवार से तापमान की गिरावट थोड़ी बढ़ेगी। सुबह-शाम हल्का कोहरा रहेगा। वहीं, चिकित्सकों का कहना है कि दिन और रात के तापमान में इतना परिवर्तन सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है। स्वास्थ्य को लेकर विशेष सतर्कता बरतना जरूरी है।
कानपुर रहा सबसे ठंडा शहर
गुरुवार को यूपी का कानपुर नगर सबसे ठंडा जिला रहा, जहां पर न्यूनतम तापमान 13 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। वहीं झांसी में सबसे अधिक तापमान 33 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। झांसी सबसे अधिक गर्म जिला रहा।
कोहरे की चादर में ढका ताज
गुरुवार सुबह सर्दी का पहला कोहरा पड़ा तो शहर के लोगों को ठंड का एहसास भी करा गया। सुबह के समय ताजमहल नजरों से ओझल मालूम होने लगा। वीडियो प्लेटफार्म से ताजमहल नजर नहीं आने से पर्यटकों को मायूसी हाथ लगी।
सड़क हादसे की वजह बना ‘कोहरा’
यूपी में कोहरे की वजह से अलग-अलग सड़क हादसों में दो लोगों की मौत हो गई जबकि दर्जनों लोग घायल हो गए।
1-पहली घटना मुजफ्फरनगर जिले के रतनपुरी क्षेत्र में हुई, जहां एक ट्रक घने कोहरे के कारण काली नदी में गिर गई। घटना में एक व्यक्ति की मौत हो गई। सर्किल अधिकारी गजेंद्र पाल सिंह के अनुसार,‘मृतक की पहचान चालक के रूप में की गई है और घने कोहरे की वजह से यह हादसा हुआ।’
2- दूसरी घटना इटावा-कानपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर हुआ, जहां एक अज्ञात वाहन ने यात्रियों से भरे तीन पहिया वाहन को टक्कर मार दी। इटावा के इकदिल थाने के एसएचओ भीम सिंह ने बताया कि यह हादसा बिरारी आश्रम के पास हुआ, जिसमें औरैया के पईतुआ गांव के निवासी राकेश कुमार यादव की घटना स्थल पर ही मौत हो गई, जबकि तीन पहिया वाहन का चालक पुष्पेंद्र गंभीर रूप से घायल हो गया और उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
3- तीसरी घटना मथुरा जिले में दिल्ली-आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग पर हुई, जहां मथुरा से दिल्ली जा रही एक राज्य परिवहन बस कोहरे के कारण आगे चल रहे ट्रक से टकरा गई। इस हादसे में दर्जनभर यात्री घायल हो गए, जिन्हें उपचार के बाद केडी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में इलाज कराया गया। बाद में यात्रियों को दूसरी बस में भेजा गया। घटना चौमुहान के पास हुई, जिसमें ट्रक चालक दुर्घटना के बाद फरार हो गया। एसएचओ अश्विनी कुमार के अनुसार, ‘बस में मथुरा और वृंदावन की यात्रा करके लौट रहे पर्यटक भी शामिल थे। घने कोहरे के कारण इन सभी हादसों में दृश्यता कम होने की वजह से वाहन चालकों को कठिनाई का सामना करना पड़ा, जिसके कारण ये हादसे हुए।’